कानपुर, यूपी
संशोधित नागरिकता कानून और एनआरसी को लेकर देशभर में अलग-अलग जगहों पर प्रदर्शन हो रहे हैं। इस कानून को लेकर कई इलाकों में हिंसक प्रदर्शन भी हुए इस दौरान कई लोगों की जान भी गई। उत्तर प्रदेश के कानपुर में भी हिंसा भड़की थी और इस हिंसक प्रदर्शन में दो लोगों की जान चली गई थी। जहां इस प्रदर्शन के दौरान माहौल तल्ख था वहीं कानपुर से एक ऐसी कहनी निकल कर सामने आई है जो हिंदु-मुस्लिम एकता की नई नजीर पेश करती है।
दरअसल, टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक यूपी के कानपुर में बाकरगंज में एक मुस्लिम शख्स के घर आने वाली बारात के लिए हिंदुओं ने मानव श्रृंखला बनाकर बारात को लड़की के घर सुरक्षित पहुंचाया। दरअसल, 21 दिसंबर को बाकरगंज निवासी खान परिवार अपनी बेटी जीनत की शादी की तैयारियों में जुटा था। जीनत की शादी के लिए प्रतापगढ़ से बारात आ रही थी और घर वालों को चिंता सता रही थी कि ऐसे माहौल में शादी कैसे होगी।
परिस्थितियों को देखते हुए शादी स्थगित करने तक की बात शुरू हो गई। जब यह बात जीनत के पड़ोसी विमल चपड़िया को पता चली तो उन्होंने अपने साथियों के साथ मिलकर बात की और बारात को विवाहस्थल तक पहुंचाने की बात की। शादी की शाम को करीब 70 बाराती कार और बस से बाकरगंज चौराहे पर पहुंच गए। यहां करीब 50 हिंदू बारात को विवाह स्थल तक पहुंचाने के लिए तैयार थे।
मानव श्रृंखला के रूप में सभी हिंदू एक-दूसरे का हाथ थामे रहे और बीच में बाराती मौजूद रहे और बारात गंतव्य तक पहुंच सकी। विमल कहते हैं कि जीनत उनकी छोटी बहन जैसी है। वह उसका दिल नहीं टूटने देते। सुख-दुख में पड़ोसियों को एक-दूूसरे के काम आना चाहिए।