बुलंदशहर, यूपी
उत्तर प्रदेश में बुलंदशहर हिंसा के आरोपी जमानत पर बाहर आ गए हैं। रविवार को जेल से बाहर आने पर श्री राम और वंदे मातरम के नारों के बीच आरोपियों का स्वागत किया गया। इस बीच हिंसा में मारे गए इंस्पेक्टर सुबोध कुमार की पत्नी ने आरोपियों को जमानत मिलने पर निराशा जाहिर की है।
इंस्पेक्टर सुबोध की पत्नी ने कहा कि इस फैसले से मुझे दुख हुआ है। किस आधार पर उन्हें जमानत मिली है। मैं उनकी जमानत रद्द करने को लेकर सीएम योगी से बात करूंगी।
बता दें कि पिछले साल तीन दिसंबर को स्याना के चिंगरावटी गांव में गौकशी की अफवाह के बाद हिंसा भड़क गई थी। इस हिंसा में इंस्पेक्टर सुबोध कुमार की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस दौरान पूरे गांव में जमकर आगजनी और बलवा हुआ था।
Wife of Late Inspector Subodh Singh (who was killed last year in #BulandshahrViolence) on 6 accused persons in #BulandshahrViolence case getting bail:This judgement has saddened me. On what basis this judgement has been given. I demand from CM that their bail should be cancelled. pic.twitter.com/rCl9dGNuuB
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) August 26, 2019
बदमाशों ने सरकारी वाहन और पुलिस चौकी को आग के हवाले कर दिया था। इस मामले में यूपी पुलिस ने मामला दर्ज कर 38 लोगों को जेल भेजा था। 38 में से 6 आरोपी साढ़े सात महीने के बाद जेल से जमानत पर रिहा होकर शनिवार को बाहर निकले थे।
बुलंदशहर हिंसा के आरोपी जीतू फौजी, शिखर अग्रवाल, हेमू, उपेंद्र सिंह राघव, सौरव और रोहित राघव शनिवार को कोर्ट से जमानत लेकर जैसे ही जेल से बाहर आए, हिन्दूवादी संगठन से जुड़े लोगों ने फूल माला पहनाकर उनका स्वागत किया। इस दौरान भारत माता की जय, वन्दे मातरम और जय श्री राम के नारे लगाए गए।
बुलंदशहर की ये हिंसा तब भड़की थी जब कुछ लोगों ने गोवंश के टुकड़े महाव गांव में पाए थे। इसके बाद गुस्साये 400 लोगों की भीड़ ने चिंगरावटी गांव में खूब हंगामा किया। इन लोगों ने कई वाहनों में आग लगा दी, पत्थरबाजी की और पुलिस पर कथित तौर पर गोलियां चलाई। घटना में इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह के अलावा एक और युवक की मौत हो गई थी।