रियाद, सऊदी अरब
केरल के रहने वाले तीन भारतीयों पर जुल्म का मामला सामने आया है। ये लोग काम के लिए सऊदी अरब आए थे। वॉट्सऐप पर वायरल हुए इस वीडियो में एक सऊदी कफील इन तीनों युवकों को लकड़ी के फट्टे से पीटता दिख रहा है। बताया जाता है कि यह वीडियो खुद युवकों ने रेकॉर्ड करके अपने परिवार वालों के पास भेजा था ताकि उन्हें जल्दी से मदद मिल सके। ये मामला सामने आते ही भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज सक्रिय हुई। उन्होंने ट्वीट करके बताया कि तीनों युवकों से भारत सरकार संपर्क में है। एक हफ्ते के भीतर ये तीनों युवक भारत लौट आएंगे। इन लोगों को सऊदी पुलिस से सुरक्षा मुहैया कराई गई है।
मालूम हो कि अच्छी नौकरी के वादे पर हज़ारों भारतीय हर साल सऊदी अरब, दुबई, कुवैत समेत गल्फ के देशों में जाते हैं। इनमें से कई ऐसे लोग होते हैं जिन्हें भारतीय एजेंट झूठे वादे करके ले जाते हैं। वहां पहुंच कर ये लोग मुश्किल में पड़ जाते हैं। फिलहाल 29 लाख भारतीय सऊदी अरब में अपनी रोज़ी-रोटी कमा रहें हैं।
सऊदी अरब में पिटाई का शिकार हुए तीनों लोग केरल के अलपुजा ज़िले के हरिपद के रहने वाले हैं और इनकी उम्र बायजू 26 साल, अभिलाष 21 साल और विमल कुमार 30 साल है। इन्हें शमशाद नाम के एजेंट ने प्लंबर, इलेक्ट्रिकल, मेकैनिकल का काम दिलाने का वादा किया था। बदले में हर महीने 30 हज़ार से 45 हज़ार तक की सैलरी का वादा किया गया था। खास बात यह थी कि इस एजेंट से तीनों लोगों की मुलाकात खुद एक पुलिस ऑफिसर विनोद कुमार ने करवाई थी। मगर जैसे ही ये युवक सउदी अरब पहुंचे एजेंट ने इन्हें एक सउदी शख्स को सौंप दिया और इनसे जबरन सामान ढुलाई से लेकर तमाम दूसरे काम करवाए गए।
ये मामला सामने आते ही कयमकुलम पुलिस ने हरिपद की प्लेसमेंट एजेंसी के खिलाफ केस दर्ज किया है। वहीं सरकार ने तुरंत कार्रवाई करते हुए पुलिस अफसर विनोद कुमार को भी सस्पेंड कर दिया गया। केरल के सीएम ओमन चांडी ने भी कहा है कि सऊदी अरब में भारत के कॉन्सुलेट जनरल से बात की गई है। तीनों युवकों से भारत सरकार संपर्क में है। एक हफ्ते के भीतर वे देश लौट आएंगे। उन्हें सऊदी पुलिस से सुरक्षा मुहैया कराई गई है।