लखनऊ, यूपी
उर्दू के मशहूर शायर प्रो मलिकज़ादा मंज़ूर अहमद का इंतक़ाल हो गया है। उनकी तबीयत पिछले दो दिलों से बेहद खराब थी। उन्हें राजधानी के एक प्राईवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया था। प्रो मलिकज़ादा मंज़ूर ने कई किताबें लिखीं हैं और वो यूपी उर्दू अकादमी के अध्यक्ष रह चुके हैं।
शायर प्रो मलिकज़ादा मंज़ूर अहमद बेटे और शायर मलिकज़ादा जावेद ने पिछले दिनों उनकी तबियत खराब होने की जानकारी दी थी। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा था कि शायर प्रो मलिकज़ादा मंज़ूर अहमद की तबीयत काफी खराब है। उन्हें घर के करीब लखनऊ के विकास नगर इलाके के जगरानी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां आज उन्होंने आखिरी सांस ली।
शायर मलिकज़ादा मंज़ूर की मौत की खबर पर कई लोगों ने रंज-ओ-गम का इंज़हार किया है। सामाजिक कार्यकर्ता तारिक सिद्दीकी ने सोशल मीडिया पर लिखा है कि उनके जाने से उर्दू को बड़ा नुकसान हुआ है। तारिक सिद्दीकी ने उन्हें उस्तादों के उस्ताद बताया। अवधनामा के एडिटर इन चीफ ओबैद नासिर ने भी उनकी मौत पर रंज-ओगम का इज़हार किया हैं।
प्रदेश के नगर विकास और अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मोहम्मद आज़म खाँ ने उर्दू के मशहूर शायर और अदीब डा मलिकजादा मंजूर अहमद के इंतकाल पर गहरे रंज-ओ-ग़म का इज़हार किया है। लखनऊ जारी एक शोक संदेश में आज़म खाँ ने कहा कि डा मलिकज़ादा के निधन से उर्दू अदब को अपूरनीय क्षति हुई है। आज़म खाँ ने डा मलिकजा़दा मंजूर अहमद की मग़फिरत की दुआ करते हुये शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त की है।