मक्का, सऊदी अरब
मशहूर इस्लामी विद्वान और मदरसा इस्लामिया अराबिया बैतुल उलूम सरायमीर, आज़मगढ़ के बानी हज़रत अक़दस मुफ्ती मोहम्मद अब्दुल्लाह साहब फूलपूरी का इंतकाल हो गया है (इन्ना लिललाही वा इन्ना इलैही राजिऊन)। मुफ्ती अब्दुल्लाह फूलपूरी उमरा करने सऊदी अरब गए हुए थे। वहां अचानक बीमारी की हालत में एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां उन्होंने आखिरी सांस ली। उनके इंतकाल की खबर लगते ही न सिर्फ आज़मगढ़ बल्कि इस्लाम जगत में शोक की लहर दौड़ गई।
मदरसा इस्लामिया अराबिया बैतुल उलूम आज़मगढ़ के सरायमीर तहसील में मौजूद है। ये मदरसा अपने आप में इस्लामी जगत का एक विश्वविद्यालय का दर्जा रखता है। हज़रत अक़दस मुफ्ती मोहम्मद अब्दुल्लाह साहब फूलपूरी दामत बराकातुम इसके सरपरस्त थे। वो न सिर्फ छात्रों के बीच बल्कि आम लोगों के बीच काफी लोकप्रिय थे। हमेशा विवादों से दूर रहने वाले और इस्लाम का झंडा बुलंद करने वाले मुफ्ती अब्दुल्लाह फूलपूरी के इंतकाल की खबर लगते ही मदरसा बैतुल उलूम पर भारी भीड़ जमा हो चुकी है।
मदरसा के ज़िम्मेदारों ने बताया कि मुफ्ती अब्बदुल्लाह फूलपूरी उमरा करने सऊदी अरब गए थे। अचानक तबियत खराब हुई। मक्का के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उनका इंतकाल हो गया। उनके मौत की खबर पर कई आलिमों, नेताओं, समाजिक कार्यकर्ताओं और आम लोगों ने अफसोस का इज़हार किया है।