संभल, यूपी
मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलीमीन के अध्यक्ष और हैदराबाद सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर को महात्मा गांधी से भी बड़ा नेता करार दिया। ज़िले में पार्टी की तरफ से आयोजित एक रैली को संबोधित करते हुए ओवैसी ने ये बात कही। अपने बयानों के लिए अक्सर चर्चा में रहने वाले ओवैसी के इस बयान पर नया विवाद खड़ा हो गया है।
ओवैसी ने इतवार को आयोजित रैली में कहा कि देश में महात्मा गांधी से भी बड़े नेता तो अंबेडकर है। अगर बाबा साहेब देश का धर्मनिरपेक्ष और वर्गनिरपेक्ष संविधान नहीं बनाते तो देश में अन्याय का स्तर कहीं ज्यादा बढ़ जाता। उन्होंने कहा कि आरएसएस के लोग हालात को खराब करने में कोई कसर नहीं छोड़ते।
ओवैसी ने खादी ग्रामोद्योग आयोग के कैलेंडर में महात्मा गांधी की जगह पीएम नरेंद्र मोदी की चरखा चलाते हुए तस्वीर छापे जाने पर चुटकी ली और कहा कि खुद को गांधी का अनुयायी बताने वाले मोदी अब ‘महात्मा मोदी’ बन गए हैं। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने सोचा कि चरखा लेकर गांधी जी की जगह खुद बैठने का यही सही मौका है।
ओवैसी ने आरोप लगाया कि देश की कोई विदेश नीति नहीं है। मोदी सिर्फ सुनी-सुझाई बातों पर ही काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पीएम बनने से पहले मोदी आतंकवाद फैलाने वाले पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देने के दावे करते थे, लेकिन वाहवाही लूटने के लिए की गई ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ के बाद सीमा पर हमारे 28 जवान पाकिस्तान की गोलियों का निशाना बन चुके हैं, लेकिन मोदी ने अभी तक मुंहतोड़ जवाब नहीं दिया। उन्होंने कहा कि कालेधन के कुबेरों पर शिकंजा कसने की बात कहकर की गई नोटबंदी से सिर्फ गरीबों को ही परेशानी हुई है।
ओवैसी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के ‘समाजवादी परिवार’ में जारी वर्चस्व की जंग पर कहा कि इस सूबे की सियासत उल्टी हो गई है। वहां बेटा बाप का नहीं हो रहा है, बेटे को बाप पर भरोसा नहीं है। कुल मिलाकर सिर्फ तमाशा हो रहा है और मुसलमानों को बेवकूफ बनाने का काम किया जा रहा है।