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22 Dec 2024, Sun

अक्षरधाम ब्लास्ट में बाइज़्ज़त बरी मुफ्ती कय्यूम की बुक रिलीज़

दिल्ली ब्यूरो

अक्षरधाम ब्लास्ट मामले में बा-इज़्ज़त बरी किए गए मुफ्ती अब्दुल कय्यूम की किताब “ग्यारह साल सलाखों के पीछे” को दिल्ली में रिलीज किया गया। इस प्रोग्राम में बतौर मेहमान-ए-खास मौलाना सैयद अरशद मदनी थे। ये प्रोग्राम इंडिया इस्लामिक सेंटर में आयोजित किया गया।

गुजरात के रहने वाले मुफ्ती अब्दुल कय्यूम को अक्षरधाम मंदिर में हुए बम धमाके के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। मुफ्ती कय्यूम पर गुजरात की अदालतों में केस चला और फांसी की सज़ा दी गई। उस समय गुजरात के सीएम नरेंद्र मोदी थे। मुफ्ती कय्यूम ने इंसाफ पाने की लड़ाई जारी रखी। वो सुप्रीम कोर्ट गए। सुप्रीम कोर्ट में मामले की सुनवाई हुई और मुफ्ती कय्यूम को इंसाफ मिला और वो बा-इज़्ज़त बरी हुए।

 

प्रोग्राम के खास मेहमान जमीअत उलेमा हिंद के सदर मौलाना अरशद मदनी ने मुफ्ती अब्दुल कय्यूम की किताब “ग्यारह साल सलाखों के पीछे” को रिलीज़ किया। मीडिया से बात करते हुए मौलाना मदनी ने कहा कि मुल्क के कई हिस्सों में मासूम मुसलमानों को निशाना बनाया जा रहा था। सैकड़ों बेगुनाह जेल की सलाखों के पीछे हैं। इंसाफ मिलने तक हम उनकी लड़ाई लड़ते रहेंगे। मुफ्ती कय्यूम ने मीडिया से जेल में हुए ज़ुल्म की कहानी बताई। उन्होंने कहा कि केस के दौरान सभी ने उनका साथ छोड़ दिया था। परिवार पर मुश्किलों का पहाड़ टूट पड़ा था। मुफ्ती कय्यूम ने कहा कि वह आगे ज़ुल्म के शिकार लोगों की हर मुमकिन मदद करेंगे।

केस के दौरान मुफ्ती अब्दुल कय्यूम करीब ग्यारह साल जेल में रहे। जब वो बाहर आए तो उन्होंने अपने ऊपर हुए ज़ुल्म और जेल के अंदर के हालात पर एक किताब लिखी। इस किताब को मुफ्ती कय्यूम अहमदाबाद में रिलीज़ करना चाहते थे लेकिन गुजरात पुलिस ने उन्हें प्रोग्राम करने की इज़ाज़त नहीं दी। इसके खिलाफ कई बुद्धिजीवियों और सामाजिक संगठनों ने आवाज़ भी उठाई। आखिरकार दिल्ली में कई लोग सामने आए और इंडिया इस्लामिक सेंटर में बुक रिलीज़ का प्रोग्राम तय किया गया। बुक रिलीज़ के मौके पर ऑडीटोरियम में सैकड़ों लोग मौजूद थे।