ज्ञानवापी विवाद के बीच देश में कई जगहों पर मस्जिद या दरगाह में मंदिर के निशान होने के दावे किए जा रहे हैं। ज्ञानवापी परिसर में किए गए सर्वे की रिपोर्ट में भी कहा गया है कि मस्जिद के अंदर हिंदू धर्म से संबंधित काफी निशान पाए गए हैं। अब इस मामले में महबूबा मुफ्ती ने कहा है कि ऐसा करके केवल मुसलमानों को भड़काया जा रहा है और उन्हें रिएक्ट करने पर मजबूर किया जा रहा है ताकि गुजरात और यूपी जैसी घटना को दोहराया जा सके।
उन्होंने कहा, अंग्रेज हिंदुओं को मुसलमानों के खिलाफ भड़काते थे। आज भाजपा भी वही काम कर रही है। प्रधानमंत्री यह सब शांति से देख रहे हैं। उनकी पार्टी को लगता है कि वे सब बहुत अच्छा काम कर रहे हैं। दरअसल देश को गुजरात मॉडल, यूपी मॉडल, असम या मध्य प्रदेश मॉडल बनाने की होड़ लगी हुई है। आप जो चाहें इसे कह लें। सभी मुख्यमंत्री एक दूसरे के साथ इस बात की होड़ लगा रहे हैं कि कौन मुसलमानों को ज्यादा परेशान कर सकता है।
महबूबा मुफ्ती ने आगे कहा, मुसलमानों को परेशान करने और मुख्यमंत्रियों के आगे निकलने की होड़ में ही मंदिर और मस्जिद का मुद्दा उठाया जा रहा है। बता दें कि आज वाराणसी की जिला अदालत में इस मामले की सुनवाई हुई। दोनों पक्षों ने अपनी-अपनी दलीलें रखीं। इसके बाद सुनवाई कल तक के लिए टाल दी गई है।
बता दें कि एक दिन पहले ही महबूबा मुफ्ती ने भाजपा से गठबंधन के सवाल पर कहा था कि मोदी, मोदी हैं। इसीलिए गठबंधन करना पड़ा था। उन्होंने कहा कि यह एक जिन्न की तरह है जिसे बोतल में डालना था। बता दें कि महबूबा मुफ्ती अब भी भाजपा के साथ गठबंधन को लेकर आलोचनाएं झेलती हैं। जब भी वह भाजपा के विरोध में बोलती हैं तो गठबंधन में सरकार बनाने की बात सामने आ जाती है।