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18 Oct 2024, Fri

कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन की सरकार गिरने के बाद एक तरफ जहां ऐसी कयासबाजी हो रही है कि बीजेपी मध्य प्रदेश में भी कुछ बड़ा उलट फेर कर सकती है। हालांकि, बुधवार को जो खबर सामने आई है वह बिल्कुल इसके विपरित थी और बीजेपी के लिए परेशानी पैदा करनेवाली है।

मध्य प्रदेश विधानसभा में अपराध कानून (संशोधन) पर वोटिंग के दौरान बुधवार को भारतीय जनता पार्टी के दो विधायकों ने कमलनाथ सरकार के पक्ष में वोट किया। खुद सीएम कमलनाथ ने मीडिया को इस बात की जानकारी दी।

बीजेपी के दो विधायकों ने कराई पार्टी की किरकिरी
कमलनाथ सरकार के पक्ष में बिल पर वोट कर बीजेपी की किरकिरी करनेवाले दो विधायकों में से एक नारायण त्रिपाठी ने कहा- यह मेरा घर वापसी है। त्रिपाठी कांग्रेस के विधायक थे जो साल 2014 के चुनाव के वक्त बीजेपी में शामिल हो गए थे। विधायक ने दावा किया कि इस बिल पर बीजेपी के जिस दूसरे विधायक ने कमलनाथ सरकार का समर्थन किया वो हैं- शरद कौल।

वोटिंग के बाद कमलनाथ ने साधा बीजेपी पर निशाना
कमलनाथ ने वोटिंग के बाद उनकी सरकार को अस्थिर बताने वाले भारतीय जनता पार्टी के नेताओं पर निशाना साधा है। मुख्यमंत्री ने कहा- ‘‘रोजाना भारतीय जनता पार्टी कहती है कि हमारी सरकार अल्पमत वाली सरकार है और यह किसी भी दिन गिर जाएगी, आज विधानसभा में वोटिंग (अपराध कानून संशोधन पर) के दौरान भारतीय जनता पार्टी के 2 विधायकों ने हमारी सरकार के पक्ष में वोट डाला है।”

गौरतलब है कि मध्य प्रदेश विधानसभा में विपक्ष के नेता गोपाल भार्गव ने विधानसभा में आज ही कहा ‘’हमारे ऊपर वाले नंबर 1 या नंबर 2 का आदेश हुआ तो 24 घंटे भी आपकी सरकार नहीं चलेगी। बीजेपी नेता के इस बयान पर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने विधानसभा में कहा ‘’आपके ऊपर वाले नंबर 1 और 2 समझदार हैं, इसलिए आदेश नहीं दे रहे, आप चाहें तो अविश्वास प्रस्ताव ले आएं।

मध्य प्रदेश में कुल 230 विधानसभा की सीटें हैं। जिनमें से साल 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 114 जबकि बीजेपी ने 109 सीटें जीती है। जबकि, बीएसपी के 2 विधायकों ने भी कांग्रेस सरकार को अपना समर्थन किया है।

By #AARECH