Breaking
22 Dec 2024, Sun

लाखों हिंदुओं की नौकरी छीनने वाली बीजेपी के सांसद बोले- हिंदू रहें सतर्क, वर्ना लौट सकता है मुग़ल शासन

बीजेपी MP TEJASWI SURYA WARNS HINDUS REMAIN CAUTIOUS MUGHAL RULE MAY RETURN 1 060220

लगातार कई राज्यों में चुनावी शिकस्त का सामना करने के बाद दिल्ली में ज़ोर आज़मा रही बीजेपी हिंदू वोटर्स को अपनी ओर खींचने के लिए एड़ी-चोटी का ज़ोर लगा रही है। उसने हिंदुओं का वोट पाने के लिए उसे डराना शुरु कर दिया है। परवेश वर्मा और संबित पात्रा के बाद अब बीजेपी सांसद तेजस्वी सूर्या ने हिंदुओं को मुसलमानों का ख़ौफ़ दिखाया है।

बुधवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव चर्चा के दौरान तेजस्वी ने कहा कि बहुसंख्यक समुदाय को सतर्क रहने की ज़रूरत है नहीं तो देश में फिर से मुगल शासन लौट सकता है। उन्होंने ये बात शाहीन बाग में नागरिकता कानून के विरोध में चल रहे प्रदर्शन का जिक्र करते हुए कही।

तेजस्वी ने कहा कि संशोधित नागरिकता कानून (CAA) पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से प्रताड़ित होकर आए अल्पसंख्यकों को नागरिकता देने का कानून है, यह किसी की नागरिकता ले नहीं सकता। उन्होंने कहा कि विपक्ष भी जानता है कि CAA का यहां किसी से कोई लेनादेना नहीं है, उसके बाद भी विरोध किया जा रहा है जो निराशाजनक है।

इसे भी पढ़ें: योगीराज में बलात्कारी का स्वागत! CHINMAYANAND की रिहाई पर जश्न

ये पहली बार नहीं है जब किसी बीजेपी नेता ने इस तरह से देश के बहुसंख्यक समुदाय को डराने की कोशिश की है। इससे पहले बीजेपी सांसद परवेश वर्मा और पार्टी प्रवक्ता संबित पात्रा भी कुछ ऐसा ही बयान दे चुके हैं।

परवेश वर्मा ने कहा था कि दिल्ली चुनाव के मद्देनज़र लोगों से वोट की अपील करते हुए कहा था कि अगर दिल्ली में बीजेपी सरकार नहीं बनाती है तो हिंदुओं की बहन-बेटियां सुरक्षित नहीं रहेंगी। उन्हें उठा लिया जाएगा और उनके साथ बालात्कार किया जाएगा और तब मोदी जी यो अमित शाह जी बचाने नहीं आएंगे। उन्होंने कहा था कि अगर हिंदू सुरक्षित रहना चाहता है तो बीजेपी को वोट करे।

वहीं संबित पात्रा एक न्यूज़ चैनल के शो के दौरान हिंदुओं को जगाते नज़र आए थे। उन्होंने कहा था कि अगर हिंदू अभी नहीं जागा तो वो कटने के लिए तैयार हो जाए। बीजेपी नेताओं के इन बयानों से स्पष्ट अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि वो दिल्ली चुनाव में मुद्दों की रेस में अपने प्रतिद्वंदी आम आदमी पार्टी (आप) से कितने पीछे हैं, इसलिए उन्हें इस तरह के ध्रुवीकरण का सहारा लेना पड़ रहा है।

FOR MORE PLEASE VISIT AND LIKE OUR FACEBOOK PAGE PNS KHABAR

By #AARECH