आसमोहम्मद कैफ, सीनियर जर्नलिस्ट
सहारनपुर, यूपी
ये तस्वीर ज़िले में सड़क दुधली में अम्बेडकर यात्रा के बाद पनपे तनाव के बाद की है, गले में माला पहने यह शख्स यहाँ के सांसद राघव लखनपाल का भाई राहुल बताया जा रहा है। एक पुलिस अफसर की वर्दी पर इनकी पकड़ देखिये। सांसद समर्थको ने कल यहाँ ऐसा तांडव किया कि कानून सहम गया। कमिश्नर की गाड़ी तोड़ दी गई। एसएसपी आवास पर कब्ज़ा कर लिया। पुलिस कप्तान के नाम की नेम प्लेट उखाड़ कर फेक दी गई।
जब इतने से भी दिल नहीं भरा तो पुलिस कर्मियो को दौड़ा दौड़ाकर मारा-पीटा गया। घटना की कवरेज कर रहे मीडियाकर्मियों के कैमरे तोड़ दिए या छीन कर वीडियो डिलीट कर दी गई। एक पत्रकार गौरव मिश्र को सांसद के गुंडों ने बुरी तरह पीटा। गाली तो सभी बड़े पुलिस अफसर को दी गयी। यहाँ के सांसद राघव लखनपाल अपने भाई राहुल को कल बीजेपी के टिकट पर शहर से चुनाव लड़वाना चाहते थे। मगर यहां से बीजेपी के टिकट पर राजीव गुम्बर लड़े। इन्हें भीतरघात कर हरवा दिया गया। अब सांसद राघव अपने भाई को यहां से मेयर बनवाना चाहते है।
ये सारा तांडव जहां है वह सड़क दूधली शहर से सटा गाँव है। एसएसपी आवास यहाँ से बिलकुल पास में है। मेरा बहुत बड़ा सवाल यह है कि सहारनपुर के एसएसपी लव कुमार के घर पर उनका परिवार भी था। घंटों उनके आवास पर अराजकता का राज रहा उनके विरुद्ध नारे लगे। आवास पर पथराव हुआ और तोड़फोड़ की गई। उनकी नेमप्लेट उखाड़ दी गयी। बीजेपी सांसद राघव उनके निलंबन की मांग को लेकर धरने बैठ गये। उनकी मौजूदगी में उनके समर्थकों ने यह सब किया।
सवाल यह भी जब गाँव में किसी ख़ास रास्ते से यात्रा निकालने की परंपरा नही थी तो सांसद राघव ने प्रशासनिक अमले के बार बार मना करने और अनुमति न देने के बावजूद जबर्दस्ती वहीँ से यात्रा क्यों निकाली। एक वीडियो है जिसमें कोई कह रहा है कि अब मुसलमानो को हथियारो से जवाब देना है। सांसद राघव बराबर में खड़े है और फिलहाल विदेशी पानी की बोतल से गला तर कर रहे है।
सहारनपुर के एसएसपी लव कुमार की नियुक्ति चुनाव आयोग ने की थी। एसएसपी निष्पक्ष कार्रवाई के लिए जाने जाते हैं। एसएसपी लव कुमार के आवास पर बीजेपी सांसद राघव के समर्थको के हमले से एक अजीब सा डर उनके परिवार में भी पहुंच गया होगा। बीजेपी सांसद राघव पुलिस से इसलिये नाराज़ थे क्योंकि पुलिस उनकी इच्छानुसार एक ख़ास समुदाय के लोगो को कुचला नही गया। पुलिस उनका खिलौना नही बनी। सांसद राघव खुद तो इंसान बन नही रहे थे पुलिस से भी चाहते थे कि वो शैतान बन जाए। यहां पुलिस ने दोनों पक्षो पर बराबर लाठी भांजी थी। यही निष्पक्षता बीजेपी सांसद को चुभ गयी।
यह तस्वीर देखकर आप समझ जाएंगे कि सांसद राघव के भाई जब यह कर रहे है तो उनके गुंडे क्या कर रहे होंगे। सांसद के दिवंगत पिता भी यहीं से विधायक रहे हैं, मगर सर्व धर्म सम्भाव में उनकी भूमिका हमेशा बेहतर रही। मगर बीजेपी सांसद योगी सरकार में खुद को लाशों के ढेर पर खड़े होकर खुद को नामनिहाद हिंदुत्व का नायक साबित करने पर तुले है।
एक महीने पुरे करने वाली योगी आदित्यनाथ की नेतृत्व वाली बीजेपी की सूबाई सरकार ने मुसलमानो में बीजेपी की छवि बेहतर की है। ,सरकार के सभी फैसले निष्पक्ष और सराहनीय रहे है। मुख्यमंत्री योगी मुसलमानों में लोकप्रिय हुए है। कानून व्यवस्था को लेकर पूर्व की सपा सरकार काफी आलोचना झेल चुकी है। कानून व्यवस्था सुधारना बीजेपी सरकार की प्राथमिकताओं में से है। मगर सहारनपुर में पार्टी के ही सांसद ने सरकार पर बड़े सवाल खड़े कर दिए है। सड़कों पर जो नंगा नाच हुआ है, कमिश्नर की गाड़ी तोड़ी गयी, डीएम सहमे रहे, खाकी बेइज्जत हुई… ऐसे में सरकार के इकबाल की बात तो मत कीजिये साहब।