देवबंद में भाजपा नेता एवं जिला पंचायत सदस्य शशी त्यागी ने क्षेत्रीय विधायक ब्रिजेश सिंह पर गंभीर आरोप लगाते हुए शनिवार को विधायक आवास पर जाकर आत्मदाह करने का प्रयास किया। मौके पर मौजूद लोगों ने बमुश्किल नेत्री को बचाया और सीएचसी उपचार के लिए भेजा। नेत्री ने आरोप लगाया कि विधायक उनके परिवार और रिश्तेदारों को झूठे मामलों में फंसा रहे हैं। जबकि विधायक ने शशी त्यागी के सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया है।
शुक्रवार को भाजपा नेत्री शशी त्यागी ने पत्रकारों के समक्ष विधायक ब्रिजेश सिंह पर परिवार व रिश्तेदारों को झूठे मामलों में फंसाकर जेल भिजवाने का आरोप लगाया। कहा कि विधायक उनके पिता, चाचा और अब उनके कुलसत निवासी रिश्तेदारों के खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज करा चुके हैं। विधायक के दवाब में पुलिस उनके घरों पर लगातार दबिश दे रही है। जिससे परिवार में भय बना हुआ है।
शनिवार को भाजपा नेत्री एवं जिला पंचायत सदस्य शशि त्यागी देवबंद विधायक के शिक्षक नगर स्थित आवास के बाहर पहुंची और स्वयं पर केरोसिन छिड़ककर आत्मदाह का प्रयास किया। आसपास मौजूद लोगों में हड़कंप मच गया। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और बमुश्किल नेत्री को बचाया जा सका।
हालांकि इस बीच महिला नेता मामूली रूप से घायल हो गईं। पुलिस ने सीएचसी में भर्ती कराया जहां से उपचार के बाद जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। बीच-बचाव के दौरान भाजपा के नगर अध्यक्ष भी मामूली घायल हुए हैं। उन्हें भी सीएससी में भर्ती कराया गया है।
शशी त्यागी ने बताया कि वह इस संबंध में पार्टी के क्षेत्रीय अध्यक्ष अश्वनी त्यागी समेत अन्य पदाधिकारियों को अवगत करा चुकी हैं परंतु उनकी किसी भी स्तर पर सुनवाई नहीं हो रही है। जिसके चलते अब उनके पास केवल एक ही रास्ता बचा है कि वह विधायक आवास पर जाकर आत्मदाह कर लें। कहा कि यदि उनकी मौत से उनके परिजनों व क्षेत्र के लोगों को राहत मिलती है तो इससे पीछे नहीं हटेंगी।
आरोप गलत, मेरा कोई लेना देना नहीं
शशी त्यागी के पिता पर उनके ही गांव के एक व्यक्ति ने मुकदमा दर्ज करा रखा है। उन्होंने मध्यस्थता का प्रयास भी कराया था। कहा कि शशी त्यागी अंबहेटा के जिस मामले की बात कर रही हैं, वह युवती से छेड़छाड़ का गंभीर मामला है। जिसमें वादी स्वयं पीड़ित युवती है। उनका किसी भी मामले से कोई लेना देना नहीं है।