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21 Nov 2024, Thu

शिक्षक भर्ती घोटाले में BJP नेता का नाम, STF ने वांटेड घोषित किया

TEACHER RECRUITMENT SCAM IN UP BJP LEADER INVOLVE 1 160620

प्रयागराज, यूपी

यूपी में प्राइमरी स्कूलों में सहायक अध्यापकों की नियुक्ति में फर्जीवाड़े के मामले में रोज नये खुलासे हो रहे हैं। अब इस चर्चित मामले में रसूखदार बीजेपी नेता का नाम सामने आया है। पूरे प्रकरण की जांच कर रही स्पेशल टास्क फोर्स ने बीजेपी नेता चंद्रमा सिंह यादव को नामजद करते हुये वांटेड घोषित किया है।

दरअसल एसटीएफ ने इस मामले में दो टॉपर्स समेत ग्यारह लोगों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया है और अब उसने बीजेपी नेता चंद्रमा यादव पर भी शिकंजा कस दिया है। चंद्रमा सिंह प्रयागराज का रसूखदार बीजेपी नेता है। इसके अलावा सालों तक यूपी के एक मौजूदा कैबिनेट मंत्री का प्रतिनिधि रह चुका है। चंद्रमा सिंह बीजेपी के किसान मोर्चे में प्रदेश की कार्यसमिति का सदस्य भी रहा है। यही नहीं प्रयागराज में बीजेपी की महानगर इकाई में उपाध्यक्ष भी रहा है।

सरकारी बैठकों में होता था शामिल
इस फर्जीवाड़े में शामिल बीजेपी नेता चंद्रमा यादव मंत्री के प्रतिनिधि के तौर पर कई सरकारी बैठकों व आयोजनों में शामिल होता था। बीजेपी नेता चंद्रमा शहर के धूमनगंज इलाके के पंचम लाल उच्चतर माध्यमिक विद्यलाय का संचालक भी है। एसटीएफ अभी खुल के ज्यादा नहीं बता रही है। आशंका ये भी है कि शिक्षक भर्ती का पेपर चंद्रमा यादव के ही कॉलेज से लीक हुआ था। हिरासत में लिये गये गिरोह के सरगना डा. केएल पटेल से पूछताछ और उनके बयानों के आधार पर बीजेपी नेता को वांटेड घोषित किया है।

दरअसल इसी साल 8 जनवरी को टीईटी का पेपर लीक करने के मामले में चंद्रमा यादव और उसके गिरोह को गिरफ्तार किया गया था। चंद्रमा के गिरोह के पास से 180 मोबाइल फोन और 220 प्री एक्टिवेटेड सिम बरामद हुए थे। खास बात ये है कि पिछले हफ्ते ही चंद्रमा जमानत पर जेल से छूटा है। शिक्षक भर्ती में नाम उछलने के बाद से ही वह फरार चल रहा है।

सरकारी प्रवक्ता का बयान
दो दिन पहले यूपी सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा था कि आरोपी बीजेपी से जुड़े हों फिर भी शिक्षक भर्ती मामले में सभी दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होगी। एसटीएफ ने चन्द्रमा के मोबाइल नम्बर्स को भी सर्विलांस पर लगाया है। एसटीएफ इस मामले में तेजी से जांच कर रही है।

स्कूल पर सवाल
चन्द्रमा यादव का स्कूल भी सवालों के घेरे में है। दरअसल उसके साधारण से स्कूल को बड़ी परीक्षाओं का सेंटर बनाए जाने पर भी सवाल उठ रहे हैं। एसटीएफ मोस्ट वांटेड बीजेपी नेता पर ईनाम भी घोषित कर सकती है।