शुक्रवार को बीजेपी और जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के बीच गठबंधन का ऐलान हो गया। बता दें कि जेजेपी को हरियाणा विधानसभा चुनाव में 10 सीटों पर जीत मिली है और किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत ना मिलने की स्थिति में पार्टी राज्य में किंगमेकर की भूमिका में उभरी है। गौरतलब है कि जेजेपी ने जिन 10 सीटों पर जीत हासिल की है, उनमें से 8 सीटों पर जेजेपी ने बीजेपी उम्मीदवार को ही धूल चटायी है। वहीं 2 सीटों पर जेजेपी उम्मीदवारों ने कांग्रेस नेताओं को हार का स्वाद चखाया है।
बता दें कि जेजेपी नेता दुष्यंत चौटाला ने जींद जिले की जाट बहुल सीट ऊंचाना कलां से बीजेपी की हेवीवेट उम्मीदवार प्रेम लता को चुनाव में हराया है। प्रेम लता पूर्व केन्द्रीय मंत्री और मौजूदा समय में बीजेपी से राज्यसभा सांसद बीरेंद्र सिंह की पत्नी हैं। बीरेंद्र सिंह ऊंचाना कलां से पांच बार विधायक रहे हैं। दुष्यंत चौटाला के हरियाणा की जनता के बीच बढ़े कद का इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि हरियाणा में बीते विधानसभा चुनावों में दुष्यंत चौटाला को ऊंचाना कलां सीट से प्रेम लता ने हराया था।
इसके बाद हिसार लोकसभा सीट पर बीते लोकसभा चुनावों में भी दुष्यंत चौटाला को बीरेंद्र सिंह के बेटे बृजेंद्र सिंह के हाथों हार का सामना करना पड़ा था। लेकिन इस बार दुष्यंत चौटाला ने ऊंचाना कला से प्रेम लता को हराकर हरियाणा की राजनीति में अपने बढ़ते कद का सबूत दे दिया है। इनके अलावा हरियाणा में बीजेपी सरकार के कद्दावर नेता माने जाने वाले कैप्टन अभिमन्यू को भी जेजेपी उम्मीदवार ने ही हराया।
कैप्टन अभिमन्यू को नारनौंद सीट पर जेजेपी के राम कुमार गौतम ने शिकस्त दी। टोहना सीट पर बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला को भी जेजेपी के देवेंद्र सिंह बबली ने करारी शिकस्त दी। खट्टर सरकार में मंत्री रहे कृष्ण कुमार बेदी को भी जेजेपी उम्मीदवार राम करन ने शाहबाद सीट से चुनाव हराया। इनके अलावा बरवाला, तुला, नरवाना और उकलाना सीट पर भी जेजेपी प्रत्याशियों ने बीजेपी उम्मीदवारों को हराया है।