नई दिल्ली
देश के अलग अलग हिस्सों में मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद से लगातार सांप्रदायिकरण हो रहा है। देश की धर्मनिरपेक्ष, मुस्लिम, दलितों, आदिवासी, पिछड़े और वर्ण व्यवस्था के नाम पर उनके साथ जुल्म और अत्याचार किया जा रहा है। देश में नफरत की राजनीति और देशवासियों को दिशाविहीन करने के लिए मौजूदा सरकार द्वारा आरएसएस और उसके सहयोगी अल्पसंख्यकों, दलितों पर अत्याचार कर रहे हैं। ये बातें सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष ए सईद ने कहीं।
सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया की राजस्थान प्रदेश ईकाई की ओर से 14 मई को सीएडी सर्किल में मौजूद होटल YKS में प्रदेश प्रतिनिधि सम्मेलन का आयोजन किया गया। इसमें मुख्य अतिथि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ए सईद, विशिष्ट अतिथि राष्ट्रीय महासचिव मोहम्मद शफी, ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की सदस्य व वीमेन इंडिया मूवमेंट की राष्ट्रीय अध्यक्ष यास्मीन फारूकी रहीं। जबकि इस कार्यक्रम की अध्यक्षता राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष मोहम्मद रिज़वान खान ने की।
कार्यक्रम में बोलते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष ए सईद ने कहा कि देश में विकास को मुद्दा बनाकर समस्याओं को दबाया जा रहा है और जनता को भ्रमित किया जा रहा है। बीजेपी नेताओं द्वारा साम्प्रदायिक बयानबाज़ी कर देश के नौजवानों की दिशा भ्रमित की जा रही है। इससे देश की तरक्की और अमन की फिज़ा बदल रही है। ए सईद लोगों से देश में अमन शांति के लिए साम्प्रदायिक सौहार्द बनाये रखने की आमजन से सहयोग की अपील की।
राष्ट्रीय महासचिव मोहम्मद शफी ने कहा कि देश में लगातार बलात्कार हो रहे हैं। राजस्थान में महिला मुख्यमंत्री होने के बावजूद देश में बलात्कार की घटनाओं में राजस्थान दूसरे नम्बर पहुंच चुका है। देश में धार्मिक भावनाओं को आहत पहुंचाकर पब्लिसिटी का एक तुच्छ तरीका बीजेपी ने निकताला है जो कि असंवैधानिक है।
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की सदस्य व वीमेन इंडिया मूवमेंट की राष्ट्रीय अध्यक्ष यास्मीन फारूकी ने कहा कि महिलाओं के अधिकार इस्लामिक शरिया से बेहतर कोई तरीका नहीं हो सकता है। केंद्र सरकार द्वारा समुदाय विशेष के लिए तलाक का मसला उठाकर परेशान करने के लिए कर रही है। सरकार को चाहिए कि वह मुस्लिम महिलाओं को अनिवार्य शिक्षा और उन्हें आरक्षण का प्रावधान करें ताकि वह शैक्षणिक व आर्थिक रूप से मजबूत हो सकें।
प्रदेश अध्यक्ष मोहम्मद रिजवान खान ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि किसानों पर अत्याचार अब बर्दाश्त के बाहर है। किसानों को समय पर ना तो बीज मिला पा रहा है और ना ही उनको आसानी से ऋण मिला पा है। साथ ही शैक्षणिक नगरी कोटा में छात्रों के द्वारा मानसिक दबाव के कारण आत्महत्या कर रहा है। इन्हें रोकने में प्रशासन पूरी तरह नाकाम साबित होता दिख रहा है। इससे कोटा की छवि पूरे देश मे धूमिल हो रही है। ऐसे में ज़रूरत है कि प्रशासन और कोचिंग संचालकों में आपस मे समन्वय हो और उनके मोटिवेशन के लिए समय समय पर जागरूक किया जाए।
प्रदेश प्रतिनिधि सम्मेलन के अन्त में प्रदेश उपाध्यक्ष सीताराम खोईवाल ने निम्न छ प्रस्ताव पढ़कर सुनाए जिसे प्रदेश प्रतिनिधि में मौजुद सभी ने सर्वसम्मति से पारित किया जो है-
- कथित गौ रक्षक बनाम अघोषित भगवा आतंक
- रेप की बढ़ती घटनाएं तुरंत रोकी जाए।
- साम्प्रदायिक घटनाएं में हो रही बढोत्तरी खतरनाक है इस पर लगाम लगाए।
- कोचिंग संस्थान के छात्रों में अवसाद से बढ़ती आत्महत्या पर नियंत्रण जरूरी
- विधायक एवं जनप्रतिनिधियों के विवादास्पद आचरण एवं भड़काऊ बयान पर नियंत्रण ज़रूरी
- मजदूरों एवं किसानों पर बढते हुए अत्याचारों की घटनालगाम लगे।
कार्यक्रम के अन्त में प्रदेश कोषाध्यक्ष मो. युनूस अगवान ने आए हुए सभी मेहमानो का धन्यवाद ज्ञापित किया। इस मौके पर प्रदेश उपाध्यक्ष सीताराम खोईवाल, मेहरुन्निसा खान, प्रदेश महासचिव जफर अहमद अमीन, मोहम्मद हनीफ, प्रदेश व जिला कार्यकारिणी के पदाधिकारीगण मौजूद थे। जिसमें प्रदेश के तीन वर्षीय कार्यकाल की मिड टर्म की रिपोर्ट पेश की गई और प्रदेश के मौजूदा हालात और पार्टी को प्रदेश में हर बूथ तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया। कार्यक्रम का आगाज पार्टी का झण्डारोहण कर किया गया।