लखनऊ, यूपी
लगता है कि बीजेपी की केंद्रीय समिति के लिए प्रयागराज नाम काफी कठिन मालूम होता है। इसलिए वो आज बी इलाहाबाद नाम से ही उसे पुकार रही है। एक तरफ विवाद पैदा करते हुए करोड़ों रूपये खर्च करके यूपी की योगी सरकार ने इलाहाबाद का नाम प्रयागराज कर दिया लेकिन बीजेपी हाईकमान ने उसे अब भी इलाहाबाद लिख रहा है।
ये पूरा मामला आज उस समय सामने आया जब बीजेपी ने यूपी के लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की। 29 उम्मीदवारों की इस लिस्ट में 14वें नंबर पर इलाहाबाद लिखा गया है और यहां से योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री रीता बहुगुणा जोशी को चुनाव मैदान में उतारा गया है।
अब सवाल ये उठता है कि जिस प्रयागराज नाम के लिए इतना बवाल हुआ और योगी सरकार ने किसी भी हद में जाकर नाम बदलने का बात कहीं। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या बीजेपी वाकई नाम बदलने को लेकर संजीदा थी या पिर सिर्फ एक चुनावी नारा बनाना चाह रही थी। सोशल मीडिया पर इस लिस्ट को लेकर खूब ट्रोल किया जा रहा है। अब देखना ये है कि बीजेपी इसका कैसे बचाव करती है।