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22 Dec 2024, Sun

साल 2018 से शुरू हुआ बीजेपी का हार का सिलसिला 2020 में भी जारी है। 2019 में हरियाणा विधानसभा को छोड़ दिया जाए तो बीजेपी राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, पंजाब, महाराष्ट्र और झारखंड के बाद दिल्ली विधानसभा चुनाव भी हार गई है। इस हार के साथ 22 साल बाद दिल्ली की सत्ता में वापसी के अगले पांच साल और इंतजार करना होगा। वहीं अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (आप) दिल्ली में जोरदार तरीके से सत्ता पर तीसरी बार काबिज होने जा रही है और भाजपा ने पहले से बेहतर प्रदर्शन किया है लेकिन कांग्रेस के लिए यह चुनाव निराशा भरा है।

आपको बता दें कि 2014 में बीजेपी की सरकार सिर्फ 7 राज्यों में थी। मोदी लहर के चलते बीजेपी एक के बाद एक राज्य जीतती गई। 2015 में वह 13 राज्यों तक पहुंची, 2016 में वह 15 राज्यों तक पहुंची, 2017 में 19 राज्यों तक बीजेपी फैली और 2018 के मध्य तक भाजपा 21 राज्यों में अपना परचम लहराने में सफल हुई थी। उस वक्त तक कांग्रेस महज 3 राज्यों में सिमट कर रह गई थी।

वर्तमान समय में बीजेपी या उसके सहयोगियों की जिन 16 राज्यों में सरकार में है वे राज्य हैं – बिहार, असम, अरुणाचल प्रदेश, गोवा, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक, मणिपुर, मेघायल, त्रिपुरा, मिजोरम, नागालैंड, सिक्किम, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड। इन राज्यों में बीजेपी ने अकेले अपने दम पर सरकार बनाई है या फिर सहयोगी के साथ सत्ता में है।

कांग्रेस को 2015 की तरह ही अबतक शून्य सीट मिली है और इसबार तो पार्टी का मत प्रतिशत भी कम हो गया है। भारत निवार्चन आयोग के आंकड़ों के अनुसार, आप 53.23 प्रतिशत मत के साथ 57 सीटों पर आगे चल रही है और आप की सरकार बनाना लगभग तय है। आप के बाद भाजपा 39.06 मत प्रतिशत के साथ 12 सीटों पर आगे चल रही है। रुझानों के अनुसार, कांग्रेस को केवल 4.15 प्रतिशत वोट शेयर हासिल हुआ है, जो 2015 के 9.7 प्रतिशत शेयर से कम है।

2015 में, आप ने 54.3 प्रतिशत वोट शेयर के साथ 67 सीटों पर कब्जा किया था। इसके साथ ही आप दिल्ली विधानसभा के इतिहास में 67 सीटें जीतने वाली पहली पार्टी बन गई थी। भाजपा 32.3 प्रतिशत के साथ तीन सीटें जीतने में कामयाब हुई थी।

By #AARECH