आज़मगढ़, यूपी
बीजेपी और एमआईएम चुनाव में एक दुसरे को लाभ पहुंचाने में लगी रही। चुनाव में एमआईएम का चेहरा पूरी तरह खुलकर सामने आ चुका है। दोनों दल एक ही थाली के चट्टे बट्टे हैं। पीस पार्टी को हराने के लिए एमआईएम ने वहीं पर अपना प्रत्याशी उतारा जहां पर पीस पार्टी मजबूत थी। एक तरफ प्रदेश की योगी सरकार ने हमारे ऊपर फर्ज़ी बलात्कार का मुकदमा दर्ज करवाया तो दूसरी तरफ एमआईएम ने मुझे मुस्लिम विरोधी और बीजेपी एजेंट बताया। इन दोनों दलों की मंशा साफ दिखाइ् दे रही है। ये बातें पीस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ अय्यूब ने कहीं।
पीस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा मोहम्मद अय्यूब मुबारकपुर के मुहल्ला हैदराबाद स्थित कपूराशाह दीवान की बाग़ में एक जनसभा को संबोधित कर रहे हैं। जेल से ज़मानत मिलने के बाद डॉ अय्यूब लगातार अपने समर्थकों और कार्यकर्ताओं से संपर्क कर रहे हैं। वो अपनी पार्टी का जनाधार बढ़ाने पर लगे हैं। जनसभा को संबोधित करते हु डॉ अय्यूब ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार देश को तरक्की देने, बेरोजगारी समाप्त करने और कानून का राज कायम करने में पूरी तरह से नाकाम रही है। सरकार सके बजाय स्लाटर हाऊस, तीन तलाक़, वक्फ बोर्ड, मदरसों और कब्रिस्तानों की जांच करने में लगी हुई है। ऐसा ही मालूम होता है जैसे कि देश के सारे घोटाले इन्ही विभागों में हुआ है।
डॉ अय्यूब ने कहा कि मुसलमानों की भलाई के लिए कई पार्टियां अस्तित्व में आयी। कौमी एकता दल ने चुनाव में बहुजन समाज पार्टी में विलय कर दिया। दूसरी तरफ उलेमा कौंसिल ने बीएसपी का समर्थन भी किया। इन पार्टियों के चेहरे से नकाब उतर गया। पीस पार्टी 2008 में अस्तित्व में आयी जिसके लिए हमने सब कुछ समाज पर क़ुर्बान कर दिया। पीस पार्टी एक मिशन है। जो लोग हमें जान से मारने की धमकी और जेल मे डालने की बात कर रहे है, वो अपने षडयन्त्र में सफल नहीं होंगे।
जनसभा में अध्यक्ष डॉक्टर मोहिब्बुल हक, डॉ मोहम्मद आसिफ, सोफियान अहमद, प्रदेश महासचिव घूरे खान, मुहम्मद तारिक़ आज़मी, मज़हर, डॉ कामरान समेत सैकड़ों लोग मौजूद रहे है।