लखनऊ, यूपी
भोपाल की सेंट्रल जेल से फरार हुए सिमी के 8 कार्यकर्ताओं के इनकाउंटर की पर उलेमा कौंसिल ने सवाल खड़ा किया है। पार्टी ने इसे पूरी तरह से फर्ज़ी करार देते हुए साज़िश करार दिया है। पार्टी से राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना आमिर रशादी ने जारी एक बयान में कहा कि ये मध्य प्रदेश सरकार का षड़यंत्र है। मौलाना रशादी ने इस इनकाउंटर की सीबीआई जांच की मांग की है।
मालूम हो कि मध्य प्रदेश के भोपाल की सेंट्रल जेल से भोर में संदिग्घ हालात में सिमी के 8 कार्यकर्ता फरार हो गए थे। बाद में जेल से 10 किलोमीटर दूर ईंटखेड़ी गांव में पुलिस ने इन सभी का इनकाउंटर कर दिया। इस पूरे घटनाक्रम में मौलाना आमिर रशादी ने कहा कि अगर ज़रूरत पड़ी तो इसके खिलाफ आंदोलन किया जाएगा। मौलाना रशादी ने कहा कि पार्टी के लोग पीड़ितों के परिवार से सम्पर्क कर रहे हैं और ज़रूरत पड़ी तो राष्ट्रीय उलेमा कौंसिल इस घटना की लड़ाई सड़क से लेकर न्यायलय तक लड़ने को तैयार है।
मौलाना रशादी ने कहा कि भोपाल सेंट्रल जेल देश के चुनिंदा आधुनिक अति सुरक्षित जेलों में माना जाता है। ऐसे में ये सवाल उठना लाज़मी है कि 8 बन्दी एक गार्ड का मर्डर करके भाग जाते हैं और किसी को कानोंकान खबर भी नही हुई। दूसरा सवाल ये है कि जेल से भागने के 10 घंटे बाद भी आठों बंदी 10 किलोमीटर भी नहीं भाग पाये और एक साथ एक ही जगह छिपे रहे।
मौलाना रशादी ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार के गृह मंत्री कहते हैं कि फरार कैदियों के पास कोई हथियार नही था तो वहीं पुलिस के आला अधिकारी कह रहे हैं कि वो हथियारों से लैस थे और पुलिस पर फायररिंग कर रहे थे, जिसके बदले मे पुलिस ने उन्हें मार गिराया। दोनों बयान में अंतर है और इस बात को और बल देती हैं कि इनकाउंटर फ़र्ज़ी है इसलिए न्यायहित में तत्काल CBI जांच लाज़मी है। उन्होंने कहा कि अगर मध्यप्रदेश की बीजेपी सरकार तत्काल जांच के आदेश नही देती तो वह बहुत जल्द ही भोपाल जाएंगे और हालात का जायज़ा लेकर बीजेपी सरकार की मुस्लिम दमन की नीति का पर्दाफाश करेंगे।