लखनऊ, उत्तर प्रदेश
भारतीय चिकित्सा परिषद यानी सीसीआईएम के पूर्व उपाध्यक्ष रहे डॉक्टर जुबेर शेख से आज बीयूएमएस डॉक्टर एसोसिएशन के प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की। इस मुलाकात में प्रतिनिधिमंडल ने उनसे यूनानी चिकित्सा पद्धति में आ रही दिक्कतों के विषय में विस्तार से चर्चा की। डॉक्टर जुबेर शेख एक दिवसीय दौरे पर राजधानी लखनऊ आए हुए हैं।
बीडीए प्रतिनिधिमंडल ने प्रतिनिधिमंडल ने NCIM यानी आयुष विभाग के नए बिल पर उनसे बातचीत की। आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति में सर्जरी को इजाजत देने और यूनानी को इजाजत ना मिलने पर उनसे कारण जाना।
प्रतिनिधिमंडल में शामिल बीडीए के जनरल सेक्रेटरी डॉक्टर नियाज़ अहमद ने कहा की यूनानी चिकित्सा पद्धति के विकास में कई तरह के रुकावटें आ रही हैं और हम सभी लोगों को मिलकर इन रुकावटों को दूर करना है। प्रतिनिधिमंडल में शामिल सीसीआईएम की सिलेबस कमेटी के सदस्य डॉ मोहम्मद शमीम ने कहा की यूनानी के क्षेत्र में काम कर रही सभी संस्थाएं एक साथ यूनानी के विकास के लिए अग्रसर हैं और वो किसी भी तरह के सहयोग के लिए तैयार हैं। आयुष डॉक्टर वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉक्टर तौकीर रजा ने कहा की नए बिल के आने के बाद यूनानी समेत आयुष से जुड़ी सभी पैथियों के लिए एक बहुत बड़ी चुनौती है और हम सभी को मिलकर इसका सामना करना है।
सीसीआईएम के पूर्व उपाध्यक्ष डॉक्टर जुबेर शेख ने बताया की आयुर्वेद सर्जरी की इजाजत को विभाग ने मंजूरी दी है लेकिन इसके साथ ही यूनानी के लिए सभी लोग प्रयासरत हैं और आयुष विभाग ने भरोसा दिया कि को जल्दी इसकी इजाजत देगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हमें सभी विवादों से दूर हट के और सकारात्मक सोच के साथ सभी को मिलकर काम करना होगा। तभी हमारी पैथी को बुलंदी पर मुकाम हासिल होगा।
प्रतिनिधिमंडल में डॉक्टर बीडीए के जनरल सेक्रेटरी डॉक्टर नियाज अहमद, डॉ सिराज अहमद, डॉक्टर अशफाक अहमद, एडवा के अध्यक्ष डॉक्टर तौकीर रजा, डॉ अब्दुल अली तिब्बिया कॉलेज के पूर्व प्रधानाचार्य एवं सीसीआईएम के सिलेबस कमेटी के सदस्य डॉक्टर शमीम अहमद, डॉक्टर अनीस अहमद डॉक्टर इमरान मेकरानी, डॉक्टर अनीस सिद्दीकी समेत कई चिकित्सक शामिल थे।