प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की बायॉपिक वाली विवेक ओबेरॉय स्टारर फिल्म ‘पीएम नरेंद्र मोदी’ को लेकर कॉन्ट्रोवर्सी अभी खत्म भी नहीं हुई कि अब पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की जिंदगी पर बेस्ड फिल्म (‘बाघिनी: बंगाल टाइग्रेस) भी झमेले में फंसती नजर आ रही है। अब ममता बनर्जी की इस बायॉपिक फिल्म पर रोक लगाने की मांग की गई है।
रिपोर्ट्स की मानें तो सीपीआई पार्टी के नेताओं ने चुनाव आयोग से ममता बनर्जी की कहानी दर्शाने वाली इस फिल्म के ट्रेलर पर बैन लगाने की डिमांड की है। बताया जाता है कि CPIM के नेताओं के प्रतिनिधि मंडल ने पार्टी के जेनरल सेक्रेटरी सीताराम येचुरी की अगुवाई में सोमवार को इलेक्शन कमिश्नर सुनील अरोड़ा से मुलाकात की। लेफ्ट पार्टी का कहना है इस फिल्म का असर आनेवाले स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव पर पड़ सकता है।
सीपीआई पार्टी के नेता का कहना है कि उन्हें उम्मीद है कि मोदी की बायॉपिक पर ऐक्शन लेने के बाद चुनाव आयोग इस फिल्म पर भी विचार-विमर्श करेगा। उनका कहना है कि यह पूरी तरह से प्रॉपेगैंडा फिल्म है।
इससे पहले ‘पीएम नरेंद्र मोदी’ फिल्म पर निर्देश देते हुए सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग से कह दिया है कि यह फिल्म देखकर फैसला करें कि फिल्म को बैन किया जाना है या नहीं, फिल्म देखने के बाद सोमवार ( 22 अप्रैल ) तक अपना पक्ष सीलबंद कवर में कोर्ट में जमा करें।