अब्दुल अज़ीज़
बहराइच, यूपी
दुर्गा पूजा महोत्सव के सम्बन्ध में मूर्ति विसर्जन के दौरान ज़िले के फखरपुर इलाके के तातेहरा गांव में पुलिस की मौजूदगी में उपद्रव हुआ। यहां उपद्रवियों द्वारा नंगा नाच कर जहां घरों को आग लगा दी गयी वहीं घर की महिलाओं और बच्चों को पीट पीट कर बाहर भगा दिया गया। इस दौरान जमकर लूटपाट करने का मामला भी सामने आया है।
इस साम्प्रदायिक दिल दहलाने वाली घटना में ततेहरा निवासी अशफ़ाक़ अहमद की 7 साल की बेटी सोनी की मौके पर मौत हो गयी। वही ततेहरा, गुम्मा खां पुरवा और मेड़ी लाल पुरवा के 40 घरों को पेट्रोल डाल कर आग के हवाले किया गया है। इसमें बच्ची के अलावा दर्जनों की तादाद में मवेशियों के जल कर मर गए। इसके अलावा दो पम्पिंग सेट, चार मोटर साईकिल, दो साइकिल,12 बख्शे और पाँच लाख रूपये की नकदी के अलावा लाखों रूपये मूल्य के सोने चांदी के जेवरात लूटे गये है। इसके साथ ही बहुत से सामान आग की भेंट चढ़ गये।
मौके का जायज़ा लेने मीडिया की टीम ने इलाके का दैरा किया। इस टीम में में पीएनएस के स्थानीय रिपोर्टर भी शामिल थे। टीम के पहुंचते ही स्थानीय महिलाओं ने रोकर अपना दर्द बयान किया। रोती बिलखती मृतक बच्ची सोनी की दादी किस्मतुन ने बताया कि मेरे घर से चंद कदमों की दुरी पर स्थित मस्जिद के निकट दुर्गा प्रतिमा के जुलूस के निकलते समय जो बवाल शुरू हुआ तो मूर्ति विसर्जन करने जा रहे लोगों ने गाँव के निवासियों को लाठियों से पीटते हुए घरों में पेट्रोल डाल कर आग लगाने लगे। उस समय वह अपनी पोती को बाहर पड़े तख्त पर लिटा कर बाग़ की तरफ कुछ काम कर रही थी तभी उपद्रवियों ने उसके घर में दूसरे सामानों पर तेल छिड़कते हुए तख़्त में भी आग लगा दी जिससे उसकी मासूम पोती की दर्दनाक मौत हो गयी।
गाव के नान्हू खां आदि ने बताया घटना के समय असर की नमाज़ का समय था और जुलूस ठीक मस्जिद के सामने लाकर ज़ोर ज़ोर से डीजे बजाया जा रहा था। इसका विरोध करने पर बवाल शुरू हो गया और जुलूस के साथ चल रहे वाहनों में पहले से लाठी डंडे लेकर आये इन उपद्रवियों ने तो पहले गांव के लोगों की दौड़ा दौड़ा कर पिटाई करने लगे उसके बाद थोड़ी ही देर में बहेलिया गांव के प्रधान जगदम्बा प्रसाद, जिला पंचायत सदस्य पेशकार यादव के नेतृत्व में संतोष, बाबू तमोली, राकेश पाल, लाडली पाल, अमीरी पाल, मंगल भुजवा आदि ने ततेहरा, मेडीलाल पुरवा और गम्मा खां पुरवा में घूम घूम कर 40 घरों को आग के हवाले कर दिया।
स्थानीय लोगों ने बताया कि दंगाइयों ने पहले से ही तैयारी कर रखी थी। अग लगने की घटना ने क्षेत्र में अफरा तफरी और भगदड़ मच गयी बल्कि उपद्रवियों ने भी महिलाओं को मारपीट कर भगाते रहे और घरों को आग लगाते रहे लेकिन वहां मौजूद पुलिस मूक दर्शक बनी तमाशा देखती रही।
इस सम्बन्ध में वहां मौजूद लेखपाल अरुण कुमार ने बताया कि जिस समय ये घटना घटित हुई थी उस समय सुरक्षा के नाम पर वहां मात्र दो सिपाही उपस्थित रहे। लेखपाल के मुताबिक इस घटना को देखते हुए प्रशासन की ओर से 34 घर जलने की पुष्टि हुई है जिनको प्रशासन की ओर से प्रति परिवार को अग्नि पीड़ित सहायता के तौर पर 8900 रुपया तथा मृतक बालिका के परिजनों को 5 लाख रूपये की आर्थिक सहायता प्रदान कराई गई है। इसके अलावा मुख्यमंत्री कोष से 4 लाख रुपया भी शीघ्र दिलाये जाने का कार्य शुरू करा दिया गया है। इसके अलावा जिन लोगों के घर इस घटना में जलाये गये है उन सभी को लोहिया आवास दिलवाने के लिए प्रक्रिया भी शुरू करा दी गयी है।
पीड़ितों को खाने पीने के सामान और जानवरों के लिए चारा भी वितरित कराया गया है। पीड़ितों से मुलाकात में गांव की नसीबुन ने बताया कि जब गांव में बवाल हो रहा था उस समय वह अपने बच्चों के साथ घर का मुख्य दरवाजे बंद करके सहमी बैठी थी तभी दरवाजा तोड़ कर घर सात पुलिस वालों के साथ कुछ लोग घर में घुस गये और उन सबको मार पीट कर बाहर भगा दिया और सन्दूक तोड़ कर उसमें रखा 60 हजार रुपया जो वह अपने लड़के को सऊदिया भेजने की तैयारी के लिए रखे थी और उसके आलावा उसके सोने चांदी के जेवर लूट कर घर में आग लगा दी। चूँकि उसका घर पक्का था इसलिए घर के सामान और गाडी वगैरह जल कर बरबाद हो गया।
पुलिस की ओर से की गयी कार्यवाही में थानाध्यक्ष और एक दरोगा को निलंबित कर लगभग 34 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है। मौके मुआयना के दौरान ये बात भी सामने आई है कि उपद्रवियों द्वारा क्षेत्र के कब्रिस्तान को भी नुकसान पहुंचाया गया है जिसे प्रशासन के लोगों ने रातोरात रुककर उसे बनवाने का असफल प्रयास भी किया जबकि वहां मौजूद पुलिस क्षेत्राधिकारी ने बताया कि इस मामले में अब तक लगभग 35 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। लगभग 65 लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया गया है। इस घटना से एक धर्म विशेष के लोगों का ही नुकसान होता देख जनपद के वरिष्ठ मुस्लिम धर्मगुरु कारी ज़ुबैर अहमद, मौलाना हयात उल्ला कासमी, मौलाना सरवर कासमी, मौलाना शाहिद नदवी आदि ने घटना स्थल का दौरा किया और पीड़ितों से मुलाकात कर उनकी सहायता के लिए खाने पीने के सामान के अलावा कपड़ा आदि भी वितरित कराया गया है।
इसके अलावा फखरपुर के मदरसा अशरफिया कादरिया मोईनुल उलूम के मौलाना मो हसीब ने भी आग से पीड़ित सभी परिवार वालों को 2, 2 सौ रूपये की आर्थिक सहायता वितरित की है। उक्त घटना को देखते हुए वहां भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है जिसमें महिला पुलिस बल भी शामिल है। इस घटना के मद्देनजर ज़ोन के आईजी ने भी घटना स्थल का दौरा कर वहां की स्थिति का जायजा लिया और सम्बन्धित जनों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिये हैं।