रामपुर से समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खां सोमवार को काफी दिनों बाद अपने शहर पहुंचे हैं। दरअसल वह अपनी पत्नी के नामंकन पत्र दाखिल करने के कार्यक्रम में पहुंचे हैं। उनकी पत्नी तंजीन फातिमा को समाजवादी पार्टी ने रामपुर विधानसभा उपचुनाव के लिए प्रत्याशी बनाया है।
बता दें कि आजम खां के खिलाफ 80 से ज्यादा मुकदमें दर्ज हैं। इसलिए माना जा रहा था कि वह अपनी गिरफ्तारी के डर से रामपुर नहीं जा रहे हैं। आजम खां सोमवार को एसआईटी को बयान दर्ज कराने महिला थाने भी पहुंचे। इस दौरान उनके साथ में उनकी पत्नी राज्यसभा सदस्य डॉ. तंजीन फातिमा और पुत्र विधायक अब्दुल्ला आजम भी मौजूद रहे। मालूम हो कि आलिया गंज के किसानों की जमीन कब्जाने के मामले में दर्ज 27 मुकदमों में बयान दर्ज कराने के लिए पुलिस ने उन्हें नोटिस दिया था।
इतने मुकदमे किसी और पर होते तो वह इसके बोझ से ही मर जाताः आजम
महीनों बाद सोमवार को रामपुर पहुंचे सांसद आजम खां सरकार और जिला प्रशासन पर जमकर बरसे। सपा कार्यालय पर उन्होंने कहा कि अगर किसी और के खिलाफ इतने मुकदमे दर्ज हुए होते तो वह इसके बोझ से ही मर जाता। आजम खां ने कहा कि भाजपा अपने आप को वसूलों वाली पार्टी कहती है। क्या भाजपाइयों के वसूल यही हैं। इस तरह की कार्रवाई से भाजपा की सरकार पर ही सवाल खड़े हुए हैं।
शुरू में दो-चार मुकदमे दर्ज हुए तो लोगों ने कहा चलो ठीक है, ऊंट आया पहाड़ के नीचे। लेकिन यहां तो बकरी चोरी, भैंस चोरी, किताबों की चोरी और शराबखाने में लूट का मुकदमा दर्ज कर दिया गया। उन्होंने कहा कि अधिकारियों की मेरे साथ दुश्मनी है इसलिए मुझ पर मुकदमे दर्ज कराते हैं।
अधिकारियों ने मेरे बेटों, पत्नी, मेरे बूढ़े भाई, बूढ़ी बहन यहां तक की मरी हुई मां के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज करा दिया। मेरे साथियों पर भी मुकदमा दर्ज कर दिया। कुछ को जेल भेज दिया और कुछ इस आशंका में शहर छोड़ गए हैं कि उनके साथ बहुत बुरा हो सकता है।
उन्होंने कहा कि यह लड़ाई जाति या धर्म की नहीं थी। सिर्फ और सिर्फ जिला प्रशासन के कुछ अधिकारियों की जिद की वजह से मुकदमे हुए। उन्होंने कहा कि हमें कोर्ट से इंसाफ की उम्मीद है। कोर्ट ने इंसाफ दिया और भविष्य में मिलेगा। जिन लोगों ने फर्जी मुकदमे दर्ज करवाएं हैं कानून का हाथ उनके गिरेबान तक भी पहुंचेगा।
भाजपा को पता है वह सीट नहीं जीत सकती
आजम खां ने कहा कि भाजपा को पता है कि वह रामपुर विधानसभा सीट पर चुनाव नहीं जीत सकती है। भाजपा अगर यहां से चुनाव जीतने की स्थिति में होती तो यहां से कैंडिडेट होते नहीं, बल्कि होंती।
कार्यकर्ताओं को एक-एक दरवाजे पर जाने को कहा
आजम खां ने कार्यकर्ताओं से कहा कि वह उप चुनाव को लेकर रामपुर विधानसभा के अंतर्गत आने वाले एक-एक घर पर जाएं। उनको सरकार और प्रशासन के जुल्मों के बारे में जानकारी दें। बताएं कि जुल्मों का हिसाब करना है तो किसको जीतवाना है। उन्होंने कहा कि इस उप चुनाव में हमें जुल्मों का हिसाब पूरा करना है। आजम खां ने कार्यकर्ताओं को नसीहत दी कि वो कानून को अपने हाथ में ना लें।