लखनऊ
हैदराबाद गैंगरेप और मर्डर केस ने देश को हिलाकर रख दिया है। सोशल मीडिया पर लोग इस केस को लेकर तरह-तरह के उद्गार व्यक्त कर रहे हैं। इस बीच उत्तर प्रदेश में अयोध्या के डीएम अनुज के झा का एक ट्वीट वायरल हो रहा है। इस ट्वीट में अयोध्या डीएम ने सभ्य समाज के निर्माण को लेकर सवाल उठाए हैं।
डीएम ने ट्वीट किया है, ‘कल से बलात्कारियों को चौराहे पर गोली मारने, तुरंत फांसी देने के काफ़ी आह्वान हुए हैं। अपने बच्चों को सही संस्कार देने, महिलाओं को सम्मान देने का भी कोई कमिटमेंट दिखा है क्या? मात्र पुलिस, न्यायालय और दंड के सहारे सभ्य समाज का निर्माण हो पाएगा?’
कल से बलात्कारियों को चौराहे पर गोली मारने, तुरंत फाँसी देने के काफ़ी आह्वान हुए हैं, अपने बच्चों को सही संस्कार देने, महिलाओं को सम्मान देने का भी कोई commitment दिखा है क्या? मात्र पुलिस, न्यायालय और दंड के सहारे सभ्य समाज का निर्माण हो पाएगा?
— Anuj Kr Jha (@anujias09) November 30, 2019
उधर हैदराबाद गैंगरेप, हत्या मामले में पीड़िता के परिवार ने इस मामले में पुलिस के रुख पर भी बड़े सवाल खड़े किए हैं। परिवार के मुताबिक, शुरुआत में पुलिस ने रिपोर्ट लिखने में देरी की। उनका आरोप है कि पुलिस ने ये कहकर पल्ला झाड़ने की कोशिश की कि ये मामला उनके थाने का नहीं है। बता दें कि तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में एक महिला वेटेनरी डॉक्टर की रेप के बाद हत्या कर दी गई। 27 साल की लेडी डॉक्टर की हत्या के मामले ने पूरे देश में तूल पकड़ लिया है।
पीड़िता की बहन का आरोप
एक बातचीत में पीड़िता की बहन ने कहा, ‘मां के कहने पर मैं उसे देखने के लिए टोल प्लाजा पर गई। वो वहां नहीं मिली। मैंने पुलिस को कॉल किया। इसके बाद पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज देखी। टोल प्लाजा पर पहुंचते हुए उसे देखा गया। लेकिन बाद का फुटेज उसमें नहीं था। इस बीच पुलिस ने कहा कि ये उनके पुलिस स्टेशन का मामला नहीं है, वो इलाका किसी दूसरे थाने के अंदर आता है। वहां पहुंचते-पहुंचते रात के साढ़े तीन बज गए थे। मैं घर लौट आई और मेरे पापा दो सिपाहियों के साथ मेरी बहन की तलाश करते रहे। साढ़े पांच बजे वो वापस आ गए।’
चार लोगों की गिरफ्तारी
बता दें कि पुलिस ने अब तक इम मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया है। हैदराबाद के बाहरी इलाके शादनगर के अंडरपास के पास महिला डॉक्टर की जली हुई लाश मिली। डॉक्टर के साथ रेप के बाद उसकी हत्या कर दी गई थी और फिर पहचान छिपाने के लिए लाश को जला दिया गया। महिला डॉक्टर को न्याय दिलाने के लिए लोग सोशल मीडिया पर कई ग्रुप कैंपेन चला रहे हैं।