ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सचिव एडवोकेट जफरयाब जिलानी ने अयोध्या जिला प्रशासन पर रिव्यू पिटिशन दाखिल करने वालों को धमकने का आरोप लगाया है। पुलिस प्रशासन पर अयोध्या व फैजाबाद में रह रहे बाबरी मस्जिद के पक्षकारों को धमकाने का आरोप लगा है।
जिलानी का कहना है कि अयोध्या पुलिस रिव्यू पिटिशन दाखिल करने से वालों से पिटिशन दायर न करने की धमकी दे रही है। हालांकि जिलानी ने किसी भी पक्षकार का नाम बताने से इनकार करते हुए कहा कि पुलिस रातों में पक्षकारों के घरों में पहुंच कर धमकी दे रही है।
उन्होंने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले खिलाफ पुनर्विचार याचिका दायर करने के लिए हमारे पास 9 दिसंबर तक का समय है। तय समय से पहले ही मुस्लिम पक्षकारों की ओर से रिव्यू दाखिल किया जाएगा। इस बाबत अयोध्या के मुस्लिम पक्षकारों से अमर उजाला ने बात की तो उन्होंने किसी भी तरह की धमकी से साफ मना कर दिया।
मुस्लिम पक्ष ने कहा कि कोई धमकी नहीं मिली, बल्कि शहर में पुलिस के सहयोग से शहर में अमन-चेन कामय है। हाजी महबूब ने कहा कि किसी तरह की धमकी पुलिस द्वारा नहीं दी गई। अयोध्या पुलिस ने हमेशा सहयोग किया है।
इकबाल अंसारी ने भी किसी तरह की धमकी दिए जाने की बात से इनकार किया है। उन्होंने अपील भी है कि इस तरह की बातों पर ध्यान न दें। सुप्रीम कोर्ट ने जो फैसला दिया है, हमने उसे माना है, बस अमन चैन कायम रहना चाहिए।
पक्षकार बादशाह खान ने भी धमकी मिलने की बात को सिरे से नकारते हुए कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है। फैसले से बाद प्रशासन के जो रुख रहा वो सराहनीय कहा जा सकता है। रिव्यू पिटिशन हमारा संवैधानिक अधिकार है। आवश्यकता पड़ने पर कोर्ट जाएंगे।