मुंबई, महाराष्ट्र
एमआईएम के अध्यक्ष और हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी पर मुंबई में एक शख्स ने जूते से हमला कर दिया। इस दौरान ओवैसी अपनी पार्टी की एक रैली में में तीन तलाक पर बोल रहे थे। पुलिस के मुताबिक ये जूता सांसद ओवैसी को नहीं लगा। इस घटना के बाद आरोपी वहीं से फरार हो गया। न्यूज एजेंसी के मुताबिक, ओवैसी मंगलवार रात करीब 10 बजे पार्टी की एक रैली में बोल रहे थे। तभी एक शख्स ने उन पर जूता फेंक दिया।
घटना के बाद वहां अफरातफरी मच गई गई। वहां मौजूद जोन तीन के डिप्टी कमिश्नर वीरेंद्र मिश्रा ने बताया कि पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के ज़रिए आरोपी की पहचान कर ली है। पुलिस का दावा है कि उसे जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। जानकारी के मुताबिक, जैसे ही जूता ओवैसी की ओर उछला। उनकी सिक्युरिटी स्टाफ ने उसे रोक लिया। ओवैसी को जूता नहीं लगा।
इस घटना के बाद सांसद ओवैसी ने कहा कि अपने लोकतांत्रिक अधिकार के लिए अपनी जान देने को तैयार हूं। ये सभी निराश लोग है जो यह नहीं देख सकते हैं कि तीन तलाक पर सरकार का फैसला जनता खासतौर पर मुसलमानों ने स्वीकार नहीं किया है। उन्होंने आगे कहा कि ये लोग उन लोगों में से हैं जो महात्मा गांधी, गोविंद पानसरे और नरेंद्र डाभोलकर के हत्यारों की आईडियोलॉजी को फॉलो करते हैं। उनके खिलाफ सच बोलने से मुझे कोई नहीं रोक सकता।
रैली में तीन तलाक के मुद्दे पर बोलते हुए ओवैसी ने मोदी सरकार की आलोचना की। उन्होंने कहा कि इस मसले पर महिलाओं को न्याय दिलाने की बात कहना तो महज़ एक बहाना है। दरअसल, इनका असली निशाना शरियत है। उन्होंने तीन तलाक से पीडि़त महिलाओं की गुजर-बसर के लिए हर महीने 15 हजार रुपए देने की मांग भी उठाई। ओवैसी ने कहा कि सरकार को बजट में यह तय करना चाहिए कि जिन महिलाओं को तीन तलाक दिया गया है, उनको हर महीने 15 हजार रुपये गुजारे के लिए मिलें। मालूम हो कि तीन तलाक संबंधी बिल लोकसभा में पास हो चुका है लेकिन राज्यसभा में पारित नहीं हो सका।