प्रयागराज, यूपी
यूपी के बाहुबली और जेल में बंद अतीक अहमद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ वाराणसी से चुनाव लड़ेंगे। इस बात की पुष्टि उनकी पत्नी शाइस्ता ने एक बातचीत के दौरान की। मालूम हो कि अतीक अहमद इन दिनों नैनी जेल में बंद हैं। लेकिन कई दिनों से इस बात की चर्चा चल रही थी कि वे वाराणसी सीट से चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं। शाइस्ता ने कहा कि पहले तो उन्होंने मन नहीं बनाया था लेकिन बाद में उन्होंने फैसला लिया कि वे चुनाव लड़ेंगे।
शाइस्ता ने कहा कि विपक्षी दल चाहे कांग्रेस हो या सपा-बसपा का महागठबंधन सभी पीएम मोदी को हराने की बात तो करते हैं लेकिन उनके खिलाफ मजबूत उम्मीदवार नहीं उतारते हैं। इससे वे आसानी से जीत जाएंगे। शाइस्ता ने कहा कि वाराणसी मुस्लिम बहुल मतदान क्षेत्र है और यहां से किसी भी पार्टी ने मजबूत मुस्लिम उम्मीदवार नहीं उतारा है, इसे देखते हुए अतीक ने वाराणसी से लड़ने का फैसला लिया है।
बाहुबली अतीक अहमद के वाराणसी से चुनाव लड़ने के फैसले की घोषणा के बाद बाद आम लोगों के जेहन में ये सवाल उठने लगा है कि आखिर अतीक वाराणसी से चुनाव क्यों लड़ना चाहते हैं? क्या अतीक के चुनाव लड़ने से वाराणसी के चुनाव पर कोई असर पड़ेगा? हालांकि, इसके पीछे अलग-अलग तर्क हैं। लेकिन ज्यादातर लोगों का मानना है कि अतीक अहमद के चुनाव लड़ने से वाराणसी के चुनाव पर कोई असर पड़ने वाला नहीं है।
वाराणसी के वरिष्ट पत्रकार रत्नेश राय का मानना है कि अतीक जिस अल्पसंख्यक समुदाय से आते हैं उसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ बड़ी नाराजगी है। ऐसे में वाराणसी से चुनाव लड़ने की घोषणा से अतीक उस तबके से सहानुभूति बटोरना चाहते हैं। रत्नेश का मानना है कि अपराध की दुनिया का पूरा खेल ग्लैमर से चलता है। ऐसे में वाराणसी से चुनाव लड़ने की घोषणा के बाद अतीक अचानक चर्चा में आ जाएंगे जिसका वो फायदा लेना चाहेंगे।
मालूम हो कि अतीक अहमद इन दिनों नैनी जेल में बंद हैं। उन्हें हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने नैनी से गुजरात की जेल में भेजने के आदेश दिए हैं। अतीक को सुप्रीम कोर्ट के आदेश से मात्र दो-तीन दिन पहले ही नैनी जेल लाया गया था।