लखनऊ, यूपी
एमआईएम के अध्यक्ष असदुदीन ओवैसी ने न सिर्फ यूपी के चुनावों में बड़े तौर पर उतरने का एलान कर दिया है बल्कि सीएम अखिलेश यादव को भी खुली चुनौती दे डाली है। ओवैसी ने लखनऊ में अखिलेश सरकार को चैलेंजकरते हुए कहा कि वो किसी भ्रम में न रहे, उनकी पार्टी न सिर्फ पूरी ताकत के साथ उतरेगी बल्कि घर-घर, गांव-गांव जाकर मुसलमानों और दलितों को समझाकर उनके वोट मांगेगी।
असदुद्दीन ओवैसी दो दिन के दौरे पर लखनऊ पहुंचे। राजधानी के चौक इलाके में कन्वेंशन सेंटर में एमआईएम के कार्यकर्ताओं का सम्मेलन था। यहां हजारों समर्थक ओवैसी का इंतजार कर रहे थे। ओवैसी ने अपने भाषण में ‘जय भीम और जय मीम’ के नारे के साथ ही ये संकेत दे दिया वो यूपी में मुलायम और मायावती दोनों की नींद खराब करने आएंहैं। ओवैसी के निशाने पर यूपी की खराब कानून व्यवस्था रही। उन्होंने मथुरा, बुलंदशहर और बहराइच की घटनाओं का जिक्र करते हुए अखिलेश सरकार पर हमला बोला।
ओवैसी ने कहा कि आज़ादी के बाद सभी दलों ने मुसलमानों को ठगकर वोट बटोरने का काम किया है। उन्होंने इसबार मुसलमानों से सिर्फ मजलिस को चुनने की अपील की। ओवैसी ने कहा कि अब तक मुसलमान वोट देकर दूसरों को नेता बनाता रहा है लेकिन इस बार वो खुद अपना नेता और अपना दल चुनेगा।
राजधानी लखनऊ में ओवैसी ने कहा कि यूपी की अवाम बदलाव के लिए तरस रही है। उन्होंने कहा कि देश में 19 फीसदी मुलसमानों की आबादी है, लेकिन जेल में 30 फीसदी कैदी मुस्लिम हैं। मुसलमानों के साथ इंसाफ नहीं हो रहा है। ओवैसी ने कहा कि मैंने जब जेल में बंद युवाओं के लिए लीगल ऐड की बात की तो मुझपर दहशतगर्द का साथ देने का आरोप लगाया। उन्होंने सवाल किया कि यूपी की जेलों में बंद मुसलमानों को वकील कौन देगा? ओवैसी ने कहा कि अखलाक को मारा गया और फिर परिवार के खिलाफ ही केस दर्ज कर दिया।
सांसद ओवैसी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के हर विधानसभा क्षेत्र में जाऊंगा। मुझे इजाजत मिले या ना मिले मैं हर घर तक जाऊंगा। यूपी चुनाव तक चैन से नहीं बैठूंगा। उन्होंने कहा कि पार्टी पूरी ताकत से चुनाव लड़ेगी। ओवैसी ने यूपी के सीएम अखिलेश को चैलेंज करते हुए कहा कि मुसलमानों की बदहाली और अशिक्षा पर वह खुली बहस को तैयार हैं, अखिलेश जगह और वक्त तय करें। उन्होंने कहा कि आज लोहिया जिंदा होते तो कहते कि मजलिस ही समाजवाद का असली नुमाइंदा है। सांसद ओवैसी ने कहा कि हमें कम्युनल पार्टी कहा जाता है, ये हम पर इल्जाम है। कांग्रेस, बीजेपी, समाजवादी और बसपा हमें कम्युनल कहते हैं, लोग ये तय करें कि इनमें से सेकुलर कौन है?
ओवैसी ने कहा कि पीएम तिरंगा यात्रा निकाल रहे हैं, जबकि सावरकर ने कहा था कि तिरंगा भारत का झंडा नहीं हो सकता। मोदी सरकार में अहमियत इंसान के जीवन की नहीं, जानवर के जीवन की है। संघ परिवार के लोग इन्सुलिन लेना बंद करे, क्योंकि ये जानवर के लीवर से बनता है। उन्होंने कहा कि मजलिस संविधान को मानती है हम 15 अगस्त को तिरंगा फहराएंगे और जन गण मन भी गाएंगे।