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23 Dec 2024, Mon

उलेमा कौंसिल ने गिरफ्तार बेकसूर मुस्लिम को छुड़ाया

फहीम अहमद

जौनपुर, यूपी

ज़िले के खेतासराय थाने की पुलिस ने चोरी के मामले में शक के दायरे में आए एक व्यक्ति के रिश्तेदार को बिना वजह गिरफ्तार कर लिया गया। जब इसकी खबर स्थानीय लोगों को हुई तो वह विरोध करने लगे। जैसे ही ये खबर उलेमा कौंसिल के कार्यकर्ताओं को लगी वो सक्रिय हो गए और थाने पर बेकसूर युवक को छोड़ने के लिए दबाव बनाया। यहीं नहीं उलोमा कौंसिल के बड़े नेताओं ने एसपी से लेकर एडीजी तक बात की। इसके बाद दबाव में आई पुलिस ने बेकसूर मुस्लिम को छोड़ दिया।

दरअसल ये पूरा मामला खेतासराय कस्बे का है। यहां पिछले दिनों चोरी की एक घटना हुई थी। पुलिस को शक था कि ये चोरी गांव मानीखुर्द के रहने वाले हबीबुल्लाह ने की है। हबीबुल्लाह इस समय दिल्ली में हैं। पुलिस ने आनन फानन में हबीबुल्लाह के रिश्तेदार और जमदहां गांव के रहने वाले राशिद को गिरफ्तार कर लिया।

घर वालों ने थानाध्यक्ष से बात की और राशिद के निर्दोष होने की बात कही तो थानाध्यक्ष ने उन्हें धमकी दी और किसी दूसरे केस में फंसाने की बात कही। परेशान परिवार वालों ने कई दलों के नेताओं से संपर्क करके मदद मांगी लेकिन किसी ने मदद नहीं की। फिर परिवार वालों ने उलेमा कौंसिल के के लोगों से मदद मांगी। उलेमा कौंसिल के अध्यक्ष मौलाना आमिर रशादी के निर्देश पर प्रदेश अध्यक्ष डॉ निजामुद्दीन और ज़िलाध्यक्ष अंसार अहमद ने तुरंत उच्चाधिकारियों से बात करके मामले की जानकारी दी। इसके बाद दबाव पड़ने पर थानाध्यक्ष ने राशिद को रिहा कर दिया।

परिवार वालों का कहना है कि उन्होंने इस संबंध में कई दलों के नेताओं से मदद मांगी लेकिन किसी ने मदद नहीं की। परिवार वालों ने मौजूदा विधायक नदीम जावेद पर भी मदद न करने का आरोप लगाया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस मामले में विधायक नदीम जावेद तक मामले की जानकारी दी गई थी और थानाध्यक्ष की द्वारा धमकी देने की बात बताई गई लेकिन विधायक ने किसी प्रकार की मदद नहीं की।

इस दौरान राष्ट्रीय उलेमा कौंसिल के पदाधिकारी और कार्यकर्ता डटे रहे। उलेमा कौंसिल की तरफ से मुतिउद्दीन, सलाम दादा, आरिफ, शफ्फु, अयाज़, ज़ाहिद समेत दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद थे।