रियाद, सऊदी अरब
सऊदी अरब के अटॉर्नी जनरल ने दावा किया है कि पिछले कुछ सालों में भ्रष्टाचार और धोखाधड़ी के मार्फत कम से कम 100 अरब डॉलर की हेराफेरी की गई है। अटार्नी जनरल शेख सऊद अल-मोजेब ने कहा कि इस मामले की जांच तीन साल तक चली। जांच के बाद शनिवार रात से शुरू हुए भ्रष्टाचार विरोधी अभियान के तहत अब तक 201 लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है।
अटार्नी जनरल ने गिरफ्तार लोगों के नाम बताने से इंकार कर दिया। कहा जा रहा है कि इनमें कथित तौर पर शहजादे, मंत्री और रसूखदार कारोबारी शामिल हैं। शेख मोजेब का कहना है कि ‘गिरफ्तार लोगों के खिलाफ भ्रष्टाचार के कई पुख्ता सबूत हैं।’ उन्होंने ये भी कहा कि इस अभियान से देश में सामान्य ‘आर्थिक गतिविधियों पर कोई फर्क नहीं पड़ा’ है और केवल निजी बैंक खातों को सीज किया गया है। शेख सऊद अल मोजेब ने कहा कि 32 साल के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के नेतृत्व में गठित सर्वोच्च भ्रष्टाचार विरोधी कमेटी की जांच ‘बहुत तेजी से आगे बढ़ रही’ है।
अटार्नी जनरल शेख मोजेब ने बताया कि अभी तक 208 लोगों को पूछताछ के लिए बुलाया गया है जिनमें 7 लोगों को रिहा कर दिया गया। उन्होंने कहा कि जांच के अगले चरण के लिए कमेटी के पास पर्याप्त कानूनी आधिकार हैं और मंगलवार को इसने संबंधित लोगों के बैंक खातों को निलंबित कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि लोग सऊदी कानूनों के तहत अपने अधिकारों का इस्तेमाल कर सकें, इसलिए उनकी पहचान को अभी जाहिर नहीं किया जाएगा।