लखनऊ, यूपी
सबसे ज़्यादा पढ़े जाने का दावा करने वाले हिंदी दैनिक समाचार पत्र ‘दैनिक जागरण’ द्वारा छपी कैंट में कर्फ्यू लगाने की फ़र्ज़ी खबर का आर्मी ने खंडन किया है। आर्मी प्रवक्ता मध्य कमान गार्गी मलिक सिन्हा ने दैनिक जागरण समाचार पत्र के 05 अप्रैल के अंक में प्रकाशित ख़बर के संदर्भ में स्पष्टीकरण दिया है। उन्होंने ख़बर का खंडन करते हुए कहा कि कैंट में कर्फ्यू लगाने का कोई आदेश नहीं दिया गया है, जबकि गत 25 मार्च से भारत सरकार द्वारा घोषित लॉकडाउन का अनुपालन किया जा रहा है।
मालूम हो कि दैनिक जागरण समाचार पत्र ने 05 अप्रैल के अंक में एक ख़बर प्रकाशित की थी कि ‘लखनऊ के कैंट आर्मी इलाके में शनिवार देर रात से 48 घंटे का कर्फ्यू लगा दिया गया। सदर को आउट ऑफ बॉन्ड करने के बाद कैंट के आर्मी क्षेत्र में कर्फ्यू लग गया। सैन्य क्षेत्र के हर इलाके में आर्मी तैनात है, सड़कों पर जवान तैनात हैं। बाजार और गलियां सूनसान नजर आ रही हैं। केवल नगर निगम के कर्मचारी सैनिटाइजेशन का काम करते दिखे। एएसएफ कॉलोनी में ताला लगा दिया गया। छावनी के पचास हजार आबादी वाले सदर के रिहायशी इलाके की अली जान मस्जिद में रह रहे 12 लोगों के कोरोना पॉजिटिव मिले थे, जिसके बाद अब सेना ने 48 घंटे तक सैन्य इलाके की सभी सीमा को सील करने का निर्णय लिया गया था।’
हालांकि इस ख़बर का खंडन करते हुए आर्मी के प्रवक्ता मध्य कमान गार्गी मलिक सिन्हा ने कहा कि कैंट में कर्फ्यू लगाने का कोई आदेश नहीं दिया गया है। इस संदर्भ में यह भी स्पष्ट करना है कि सरकार के निर्देशों के बाद, छावनी में लॉकडाउन का अनुपालन किया गया है।
सदर में COVID-19 मामला मिलने के बाद, सैनिकों को सदर क्षेत्र में नहीं जाने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने आगे बताया कि कोरोना मामले का पता लगने के बाद सदर बाजार को सेना के जवानों के लिए प्रतिबंधित घोषित किया गया है। कैंट में कोई कर्फ्यू का आदेश नहीं दिया गया है, जैसा कि आज (05 अप्रैल, 2020) के दैनिक जागरण अखबार में प्रकाशित गया है ।