रमजान में शराब पर पाबंदी क्यों नहीं: डॉ मन्नान
लखीमपुर,यूपी
पीस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा मोहम्मद अय्यूब ने कहा है कि सपा, बीएसपी, बीजेपी और कांग्रेस एक ही थाली के चट्टे बट्टे हैं, और ये सभी पार्टियां मुसलमानों का इस्तेमाल वोट बैंक के लिए करती हैं। इस बार 2017 के विधान सभा चुनाव में मुसलमान सबसे हिसाब लेगा। डॉ अय्यूब ने ये बातें पीस पार्टी की सम्पूर्ण स्वराज रैली में कहीं।
आज शनिवार को शहर के नसीरूद्दीन मैदान में पीस पार्टी की सम्पूर्ण स्वराज महारैली हुई। रैली के लिए कई दिनों से तैयारिया चल रही थी। आज की रैली में भारी भीड़ जुटी। इसमें पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अय्यूब मुख्य अतिथि रहे। स्वराज महारैली में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, प्रदेश अध्यक्ष समेत कई पदाधिकारियों ने मिशन- 2017 का एलान किया। पीस पार्टी ने यूपी में पूरी तैयारी के साथ चुनाव लड़ने का संकल्प लेते हुए अल्पसंख्यकों को देश में मजबूत बनाने का वादा किया।
पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ अय्यूब ने सपा, भाजपा, कांग्रेस और बसपा पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने सभी राजनीतिक दलों पर मुसलमानों को ठगने का आरोप लगाया। डॉ अय्यूब ने सपा मुखिया मुलायम सिंह पर बिहार चुनाव में बीजेपी की मदद की खातिर महागठबंधन से किनारा करने का आरोप भी मढ़ा। उन्होंने कहा कि मुसलमान का हितैषी होने का दावा करने वाली सपा और बीएसपी सरकार में मुसलमान ही सबसे ज़्यादा पिछड़ता ही चला गया जबकि इस पार्टियों को सत्ता में मुसलमान ही लाया था। उन्होंने कहा कि बीएसपी सरकार बनी तो दलितों को सम्मान मिला और सपा सरकार बनी तो यादव बिरादरी सम्मानित हुई। उन्होंने कांग्रेस पर सच्चर कमेटी की सिफारिशों की अनदेखी करने का आरोप लगाया। डॉ अय्यूब ने कहा कि सपा सरकार बनने पर दंगों का सिलसिला शुरू हो गया। मुजफ्फरनगर में जिस कदर मुसलमानों पर अत्याचार हुआ उतना इसके पहले कभी नहीं हुआ।
डॉ अय्यूब ने सपा पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार बनने से पहले मुसलमानों को 18 फीसदी आरक्षण देने का वादा किया था। सपा सरकार के तीन साल हो गए पर आज तक वादा पूरा नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि एक समय सरकारी नौकरी में 38 फीसदी अल्पसंख्यक थे जो अब घटकर महज एक फीसद रहे गये हैं। मुसलमानों के वोट से सत्ता में आने वाली सपा सरकार ने दो ऐसे अध्यादेश जारी किए जिनसे मुसलमानों के उत्पीड़न का रास्ता खुल गया है। डॉ अय्यूब ने सपा सरकार के मंत्री आजम खां समेत सभी 45 विधायकों पर निशाना लगाते हुए कहा कि इतने मुस्लिम विधायक होने के बाद अल्पसंख्यक विरोध बिल विधान सभा में कैसे पास हो गया। पार्टी अध्यक्ष डॉ अय्यूब ने आम जनता से 2017 में होने वाले विधान सभा चुनाव में एक मौका देने की अपील की।
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ अब्दुल मन्नान ने कहा कि रमजान महीने में शराब पर पाबंदी क्यों नहीं लगती है, जब जैनियों के त्यौहार में मीट की दुकानों को बंद करा दिया गया। डॉ मन्नान ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि वो कहते हैं कि मुसलमानों की नसबंदी करा दो उनकी जनसंख्या कम हो जाएगी। उन्होंने लव-जेहाद का मुद्दा भी उठाया और कहा कि बीजेपी में कई मुस्लिम नेता हैं जिनकी पत्नियां हिंदू हैं।
संपूर्ण स्वराज रैली को संबोधित करते हुए प्रदेश प्रभारी ई मोहम्मद इरफान ने कहा कि पार्टी 2017 में होने वाले चुनाव में अपनी ताकत दिखा देगी। पीस पार्टी पूरी ताकत से विधानसभा का चुनाव लड़ेगी। प्रदेश की सभी सीटो पर चुनाव लड़कर पीस पार्टी सत्ता में भागीदार बनेगी। उन्होंने कहा कि अब वक्त आ गया है कि मुसलमान अपनी राजनीतिक ताकत और हैसियत समझे। उन्होंने कहा कि मुसलमानों को आरक्षण देने के लिए रंगनाथ मिश्र कमीशन की रिपोर्ट लागू की जाए।
रैली का संचालन अफरोज बादल ने किया। रैली में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव राशिद उमर अंसारी, मौलाना शफगत तकी, प्रदेश उपाध्यक्ष अजय सिंह पटेल, जिलाध्यक्ष अशरफ अली, रिजवान, राशिद उमर, मौलाना एखलाक, साबिर अली, भूरे खान, समेत पार्टी के अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।