लखनऊ, यूपी
उत्तर प्रदेश के विधान सभा चुनाव करीब आते ही गठबंधन राजनीति अपने उफान पर है। राजनीतिक दल हर हाल सत्ता हासिल करने के लिए एक दूसरे के करीब आ रहे हैं। इसी क्रम में पीस पार्टी और निषाद दल के गठबंधन में अब अपना दल (कृष्णा पटेल गुट) भी शामिल हो गया है। ये गठबंधन उत्तर प्रदेश की सभी विधान सभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगा।
राजधानी लखनऊ के एक होटल में आयोजित प्रेंस कांफ्रेंस में इसका एलान हुआ। प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपना दल की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पल्लवी पटेल और पीस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ अय्यूब मौजूद थे। अपना दल की पल्लवी पटेल ने कहा कि पीस पार्टी और निषाद पार्टी की ही तरह अपना दल की सोच भी समाज की मुख्यधारा से कटे हुए शोषित और वंचित दलों को बुनियादी अधिकार दिलवाने की है। इसी विचार को लेकर अपना दल पीस पार्टी के गठबंधन शामिल हुआ है।
पीस पार्टी के अध्यक्ष डा अय्यूब ने कहा कि ये गठबंधन प्रदेश की सभी 403 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगा। उन्होंने कहा कि कई और राजनीतिक दल उनके संपर्क में हैं और अगले कुछ दिनों में गठबंधन में शामिल हो सकते हैं। डॉ अय्यूब ने बीजेपी के घोषणा-पत्र में स्लाटर हाउस बंद करवाने की बात को धार्मिक मुद्दा बताते हुए कहा कि बीजेपी सांप्रदायिक ध्रुवीकरण की राजनीति करती है। बीजेपी का ये मुद्दा सुप्रीम कोर्ट और चुनाव आयोग के दिशा-निर्देशों का उल्लंघन है। इस चुनाव आयोग को कार्रवाई करनी चाहिए।
गठबंधन के मौके पर निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय सिंह ने कहा कि मायावती ने अनुसूचित जाति का हिस्सा हड़प कर अपने बेस वोट को दे दिया। हम इसका खुलकर विरोध करते है। उन्होंने साफ़ कर दिया कि इस गठबंधन की सरकर बनने के बाद उनका पहला कदम दबे कुचले वर्ग को उनका हक़ दिलाना होगा। अति दलित ,पिछडों और मुस्लिम समुदाय का विकास करना है।