लखनऊ, यूपी
समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव की बहू और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के छोटे भाई की पत्नी अपर्णा यादव ने नागरिकों के राष्ट्रीय रजिस्टर (एनआरसी) का समर्थन कर एक बार फिर अपनी पार्टी को शर्मिदा कर दिया है। समाचार चैनल को दिए एक साक्षात्कार में अपर्णा यादव ने नेशनल रजिस्टर फॉर सिटीजन (एनआरसी) का दृढ़ता के साथ समर्थन किया। नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए), नागरिकों के राष्ट्रीय रजिस्टर (एनआरसी) और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) को लेकर यह समाजवादी पार्टी द्वारा लिए गए रुख के विपरीत है। अखिलेश यादव तो यह तक कह चुके हैं कि वह इस जनसंख्या स्कीम से जुड़े कोई भी दस्तावेज नहीं भरेंगे।
ऐसे में अपर्णा ने साक्षात्कार में सवाल कर पूछा, “एनआरसी में क्या गलत है? भारतीयों को इस मुद्दे से कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए। वे सभी घुसपैठिएं हैं, जो हमारे देश में आ रहे हैं और हमें यह ज्ञात होना चाहिए कि वास्तविक में हमारे नागरिक कौन हैं।” उन्होंने पूछा, “क्या हम लोगों को यह नहीं बताते हैं कि हमारा परिवार कहां हैं और हमारे बच्चे कहां पढ़ते हैं?” अपर्णा यादव ने कहा कि इस मुद्दे पर कोई राजनीति नहीं की जानी चाहिए और उदारवादी व वामपंथी नेताओं को चाहिए कि वह इस बात को समझे की यह राष्ट्र हित में किया गया कार्य है। अपर्णा ने कहा, “कोई भी सच्चा भारतीय जनसंख्या और नागरिकता अभियान के खिलाफ नहीं हो सकता है। कुछ असामाजिक तत्व ही हैं, जो इस प्रकार के विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि लोगों को चाहिए कि वह पहले नागरिकता संशोधन कानून के बारे में पढ़े और फिर इसपर बात करें। उन्होंने कहा, “राष्ट्रहित में यदि दस्तावेज जमा करने के लिए कतार में लगना भी पड़े तो क्या बुरा है। यह शर्म की बात नहीं है, यह गर्व की बात होनी चाहिए।” प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के अध्यक्ष व मुलायम सिंह यादव के भाई शिवपाल सिंह यादव ने भी सीएए और एनआरसी का विरोध यह कहते हुए किया है कि यह अल्पसंख्यक समुदाय को लक्षित करेगा।