हवाई अड्डा कर्बला मैदान बोड़ो शरीफ में पीर-ए-तरीकत हजरत अल्लामा व मौलाना सैयद अब्दुल मजीद शाह वारसी कादरी रज्जाकी चिश्ती उर्फ हुजूर सैयदना मजीद-ए-मल्लित की मजार पर चल रहे 19वां सालाना उर्स मुबारक शनिवार को समाप्त हो गया। शुक्रवार रात तक बड़ी संख्या में मुरीदों ने मजार पर चादर चढ़ाई। इस दौरान पूरी रात चले जलसा कार्यक्रम में मुफ्ती सज्जाद अहमद मिसबाही ने तालिम पर जोर दिया। कहा कि आज के दौर में दिन और दुनियावी दोनों तालिम जरुरी है, तभी परिवार, समाज और देश का तरक्की होगा। 10 मार्च से शुरु इस उर्स में काफी संख्या में मुरीदों ने मजार पर चादरपोशी की।
जानकारी देते हुए खानकाह मजीदिया के सज्जादानशीन पीर-ए-तरीकत हजरत सैयद पीर मिरान अहमद फातमी ने कहा कि उर्स मेले में काफी संख्या में आम चादरपोशी की गई है। झारखंड के विभिन्न जिलों से मुरीद आए , जो उर्स के समापन पर अब घर लौट रहे है। कार्यक्रम में मुरादाबाद से हजरत अल्लामा व मौलाना इमरान हन्फी, जमुई बिहार से मोईनुलकादरी, कोलकाता से जमीरुउद्दीन ज़मज़म, शाहनवाज हस्सान सहित कई उल्लेमाओं ने विचारों को रखा। इधर उर्स मेले में काफी अधिक भीड़ होने से उर्स कमेटी के साथ अंजुमन इसलाहुल मुस्लिमीन बोड़ो शरीफ के सदस्यगण काफी उत्साहित दिखे।