अलीगढ़, यूपी
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में एक बार फिर विवाद गहरा गया है। इस बार का विवाद छात्रों और एएमयू वीसी के बीच है। विवाद की वजह एएमयू के शताब्दी समारोह पर जारी विशेष गजट को लेकर है। इस गजट में पीएम नरेंद्र मोदी के सर सैयद अहमद से ज्यादा फोटो लगाए के बाद विवाद गहरा गया है। छात्र नेताओं ने इस पर आपत्ति जताते हुए इसे यूनिवर्सिटी के संस्थापक सर सैयद अहमद खान का अपमान बताया है। दरअसल इस गजट में पीएम मोदी की सात तस्वीर लगी है वहीं यूनिवर्सिटी के संस्थापक सर सैयद अहमद खान की केवल तीन तस्वीरें ही गजट में हैं।
एएमयू छात्र संघ के निवर्तमान सचिव हुज़ैफा आमिर रशादी ने पीएनएस से बातचीत में कहा कि एएमयू ने शताब्दी वर्ष समारोह पर विशेष गजट जारी किया है। इसे एकेडमिक गजट न बनाकर पूरी तरह से विज्ञापन वाला गजट बना दिया है। गजट में पीएम नरेंद्र मोदी की सात और तत्कालीन शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक की तीन तस्वीरें हैं। वहीं एएमयू के संस्थापक सर सैयद अहमद खान की सिर्फ तीन तस्वीरें हैं।
हुज़ैफा आमिर लशादी ने कहा कि गजट में यूनिवर्सिटी की उपलब्धियां शामिल होनी चाहिए थीं लेकिन उसे दरकिनार कर दिया गया। हुजैफा आमिर ने शताब्दी वर्ष समारोह पर तैयार की गई स्मारिका में उर्दू भाषा के कम पेज होने को लेकर भी ऐतराज़ जताया है।
एएमयू ने सफाई पेश की
विवाद बढ़ने पर एएमयू प्रशासन ने सफाई दी है। एएमयू के जनसंपर्क विभाग के मेंबर इंचार्ज प्रो शाफे किदवई कहा कि शताब्दी वर्ष समारोह पर विशेष गजट जारी किया गया है। समोराह में पीएम मोदी बतौर मुख्य अतिथि ऑनलाइन कार्यक्रम से जुड़े थे। रही बात, उनकी ज्यादा तस्वीरें लगने की, तो वह अलग-अलग कार्यक्रमों की तस्वीरें हैं। विशेष गजट में देश-दुनिया के बुद्धिजीवियों के लेख के साथ उनकी तस्वीरें भी शामिल हैं। गजट में अंग्रेजी व उर्दू भाषा का इस्तेमाल किया गया है।