भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने बुधवार को प्रेस कांफ्रेंस कर ममता बनर्जी और पश्चिम बंगाल की टीएमसी सरकार पर निशाना साधा है। मंगलवार को शाह के रोड शो के दौरान हुई हिंसा पर उन्होंने कहा कि अगर सीआरपीएफ नहीं होती तो मेरा बचकर वापस आना बेहद मुश्किल था। अमित शाह ने पूरे मामले में चुनाव आयोग की भूमिका पर भी सवाल उठाया है।
प्रेस कांफ्रेंस में शाह ने कहा कि अब तक चुनाव के 6 चरण समाप्त हो चुके हैं, इन 6 के 6 चरणों में सिर्फ बंगाल के आलावा कहीं भी हिंसा नहीं हुई। उन्होंने कहा- ‘मैं ममता जी को बताना चाहता हूं कि आप सिर्फ 42 सीटों पर चुनाव लड़ रही हैं और भाजपा देश के सभी राज्यों में चुनाव लड़ रही है। मगर कहीं पर भी हिंसा नहीं हुई, लेकिन बंगाल में हर चरण में हिंसा हुई, इसका साफ़ मतलब है कि हिंसा TMC कर रही है।’
शाह ने दावा किया कि ‘रोड शो से पहले ही वहां लगे पोस्टर फाड़ दिए गए थे। रोड शो शुरू हुआ, जिसमें अभूतपूर्व जनसैलाब उमड़ा, 2।30 घंटे तक शांतिपूर्ण तरीके से रोड शो चला। लेकिन 3 बार हमले किये गए और तीसरे हमले में तोड़फोड़, आगजनी और बोतल में केरोसिन डालकर भी हमला किया गया।’
शाह ने दावा किया कि ‘सुबह से पूरे कोलकाता में चर्चा थी कि यूनिवर्सिटी के अंदर से आकर कुछ लोग दंगा करेंगे।पुलिस ने कोई जांच नहीं की और न ही किसी को गिरफ्तार करने की कोशिश की गयी।’ उन्होंने , ईश्वर चंद्र विद्यासागर की प्रतिमा तोड़े जाने के मुद्दे पर कहा कि , ‘जहां ईश्वर चंद्र विद्यासागर की प्रतिमा रखी है वो जगह कमरों के अंदर है। कॉलेज बंद हो चुका था, सब लॉक हो चुका था, फिर किसने कमरे खोले। ताला भी नहीं टूटा है, फिर चाबी किसके पास थी। कॉलेज पर टीएमसी का कब्जा है।’
चुनाव आयोग पर आरोप
शाह ने कहा, ‘वोटबैंक की राजनीति के लिए महान शिक्षाशास्त्री की प्रतिमा का तोड़ने का मतलब है कि टीएमसी की उल्टी गिनती शुरू हो गई।’ शाह ने कहा, ‘बंगाल में चुनाव आयोग मूक दर्शक बना है। चुनाव आयोग ने तुरंत हस्तक्षेप करना चाहिए। मैं पूछना चाहता हूं कि क्यों चुनाव आयोग चुप बैठा है? इन सब के बाद चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठ रहे हैं।’
शाह ने कहा कि,’जिस प्रकार से बंगाल के अंदर हिंसा का तांडव चला है, मेरा मीडिया के मित्रों से भी अनुरोध है कि इस पर पूरे देश का ध्यान आकृष्ट करना चाहिए। मैं पूरी तरह से आश्वस्त हूं कि पांचवें और छठे चरण के बाद भाजपा अकेले पूर्ण बहुमत का आंकड़ा पार कर चुकी है। सातवें चरण के बाद 300 सीटों से ज्यादा जीतकर हम मोदी जी के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बनाने जा रहे हैं।’
ममता को हटाने का मन बना चुकी है जनता
प्रेस वार्ता में शाह ने कहा कि ‘अब बंगाल की जनता ममता जी को हटाने का मन बना चुकी है और मैं पूरी तरह आश्वस्त हूं कि इस बार बंगाल में भाजपा 23 से अधिक सीटें जीतने जा रही है।’ शाह ने कहा कि ‘मुझ पर एफआईआर दर्ज की गई है। ममता दीदी आपकी एफआईआर से हम भाजपा वाले नहीं डरते। हमारे 60 से ज्यादा कार्यकर्ताओं की जान आपके गुंडों ने ले ली है फिर भी हमने अपना अभियान नहीं रोका है।’
शाह ने आगे कहा, ‘अगर आप ये संदेश देना चाहती हैं कि मुझ पर एफआईआर करके भाजपा के कार्यकर्ता डर जाएंगे, मैं आपको सुनिश्चित करता हूं कि भाजपा का कार्यकर्ता और वहां की जनता सातवें चरण में और भी ज्यादा आक्रोश के साथ आपके खिलाफ मतदान करने जा रहे हैं।’
चुनाव आयोग पर आरोप लगाते हुए शाह ने कहा कि , ‘भाजपा शासित 16 के 16 राज्यों में कहीं भी इस प्रकार की घटना नहीं हुई, अन्य राज्यों में भी ऐसी हिंसा नहीं हुई। अकेले TMC शासित राज्य में ऐसा हो रहा है, लेकिन चुनाव आयोग बंगाल की तरफ ध्यान नहीं दे रहा है।’
शाह ने कहा कि ‘मैं इतना कहना चाहता हूं कि अगर CRPF न होती तो मेरा वहां से बच निकलना बहुत मुश्किल था, सौभाग्य से ही मैं बचकर आया हूं। हमारे बहुत कार्यकर्ता मारे गए हैं, मुझ पर हमला होना भी स्वाभाविक था, इससे ये तय हो गया है कि TMC किसी भी हद तक जा सकती है।’