अब्दुल कय्यूम
लखनऊ, यूपी
मौका तो था ईद मिलन समारोह का लेकिन जब सभी धर्मों के धर्मगुरु एक साथ बैठे तो बात देश की एकता की चल पड़ी। हर धर्म से एक ही आवाज़ आई कि देश की एकता के लिए सभी धर्मों के अच्छे लोगों को एक साथ आना होगा। अगर धर्मगुरु और अच्छे लोग नहीं बाहर निकले तो फासिसिटवादी ताकतें देश को कमज़ोर देंगी। मौजूदा समय में ये ताकतें पूरी कोशिश में है कि हज़ारों साल से बनी हमारी एकता कैसे टूट जाए पर वो इसमें कामयाब नहीं होने वाले हैं।
ये बातें राजधानी लखनऊ के स्मृति प्लाजा आशियाना में आयोजित ईद मिलन समारोह में सभी लोगों ने एक साथ कहीं। इसका आयोजन मानसरोवर मुस्लिम वेलफेयर सोसाइटी ने किया था। इस मौके पर कई दलों के नेताओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भी अपने विचार रखे। सबी ने देश की एकता बनाए रखने पर बल दिया।
बतौर मुख्य अतिथि विधान परिषद में नेता विपक्ष अहमद हसन ने कहा कि नफरत फैलाने वाले कितने भी कोशिश कर लें लेकिन हमारी बुनियाद इतनी मज़बूद है कि वह इसे हिला नहीं सकते हैं। मशहूर शिया धर्मगुरु मौलाना डॉ कल्बे सादिक ने कहा कि हम एक है और एक रहेंगे। ये मुल्क हम सब का है और हमारी ज़िम्मेदारी है कि हम हर हाल में इसकी हिफाज़म करें।
इन लोगों के अलावा गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष सरदार राजेंद्र सिंह बग्गा, आचार्य कृष्ण मोहन, जस्टिस खेमकरन, ईदगाह के मौलाना मुश्ताक नदवी ने भी मौजूद लोगों को संबोधित किया। इस मौके पर हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा के मेधावी छात्रों-छात्राओं को सम्मानित अतिथियों ने पुरुस्कार देकर हौसला बढ़ाया।
इस मौके पर मानसरोवर मुस्लिम वेलफेयर सोसाइटी के उपाध्यक्ष अफज़ाल चौधरी ने भरोसा दिलाते हुए कहा कि सोसाइटी हमेशा आपसी भाईचारा और एक दूसरे धर्मों के बीच सम्मान बढ़ाने का काम करती रहेगी। प्रोग्राम का संचालन महासचिव ए क्यू हाशमी और संयुक्त सचिव तौफीक अहमद ने किया।