समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रविवार को आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपनी कुर्सी बचाने के लिए प्रदेश में नए नागरिकता कानून और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन की आड़ में एक समुदाय विशेष पर अन्याय करवा रहे हैं। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पता है कि भाजपा के 200 विधायकों ने विधानसभा में उनके खिलाफ धरना-प्रदर्शन किया था लिहाजा वह अपनी कुर्सी बचाने के लिए मुसलमानों पर अन्याय करवा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर मन टटोला जाए तो 300 विधायक योगी से नाराज हैं।
बकौल अखिलेश यादव, सीएम योगी आदित्यनाथ इस बात से घबराए हुए हैं और अपनी कुर्सी बचाने के लिए पुलिस के जरिए नाइंसाफी करवा रहे हैं। सपा अध्यक्ष ने कहा कि नए नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदेश में हुए प्रदर्शनों के दौरान हिंसा की अगर उच्च न्यायालय या उच्चतम न्यायालय के किसी सेवारत न्यायाधीश से जांच कराई जाए तो सच्चाई सामने आ जाएगी। उन्होंने कहा कि तब यह जाहिर हो जाएगा कि हिंसा के दौरान जो भी लोग मरे, वे पुलिस की गोली से मारे गए। हिंसा के शिकार हुए लोगों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी भाजपा के लोग अपने हिसाब से बनवा रहे हैं। आखिर क्या वजह है कि सरकार सच छिपाना चाहती है।