लखनऊ, यूपी
लोकसभा चुनाव परिणाम आने के करीब ढाई महीने बाद समाजवादी पार्टी में बड़े फेरबदल के संकेत मिल रहे हैं। सूत्रों के हवाले से मिल रही खबर के मुताबिक समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव राष्ट्रीय और प्रदेश स्तर पर संगठन में बड़े पैमाने पर फेरबदल करने की तैयारी में हैं। इतना ही नहीं समाजवादी पार्टी जल्द ही प्रवक्ताओं के नाम की घोषणा भी कर सकती है।
सूत्रों के अनुसार समाजवादी पार्टी के संगठन में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। ऊपर से लेकर नीचले स्तर तक के पदाधिकारियों की छुट्टी हो सकती है। इनमें नॉन परफ़ॉर्मर नेताओं पर गाज गिरना तय माना जा रहा है।
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव में बसपा के साथ गठबंधन के बावजूद सपा को अपेक्षाकृत सफलता नहीं मिली थी। पार्टी महज पांच सीटें ही जितने में कामयाब रही थी, जबकि यादव परिवार के तीन सदस्य को हार का सामना करना पड़ा था। यादव परिवार से पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव और संरक्षक मुलायम सिंह यादव ही जीत सके थे।
लोकसभा चुनाव परिणाम आने के बाद से ही कयास लगाए जा रहे थे कि अखिलेश यादव संगठन में बड़ा बदलाव कर सकते हैं। हालांकि उनकी ख़ामोशी और किसी भी तरह का एक्शन न लिए जाने पर भी सवाल उठ रहे थे। फिलहाल अब कहा जा रहा है कि आने वाले दिनों में समाजवादी पार्टी में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है।
लोकसभा चुनाव परिणाम आने के बाद सपा ने अपने सभी मीडिया पैनालिस्ट को न्यूज़ चैनलों पर जाने से रोक लगा दी था। खबर है कि अब नए सिरे से प्रवक्ताओं की लिस्ट जारी की जाएगी, जो कि पार्टी का पक्ष रख सकेंगे।
लोकसभा चुनाव के बाद नवम्बर में होने वाले 13 सीटों पर उपचुनाव समाजवादी पार्टी व अखिलेश के लिए पहली परीक्षा मानी जा रही है। बीजेपी के अलावा बसपा के भी मैदान में उतरने से सपा की मुश्किलें बढ़ गई है। अब उसे सत्तारूढ़ बीजेपी के साथ ही गठबंधन तोड़ चुकी बसपा से भी चुनौती मिल रही है।
जिन 13 सीटों पर चुनाव होने हैं उसमें से रामपुर सीट सपा के खाते में थी। लिहाजा इस सीट को बचाने के अलावा अधिक से अधिक सीट जीतना भी एक चुनौती है। ऐसे में देखना दिलचस्प होता है कि अखिलेश किस तरह से जातिगत समीकरणों को साधते हैं।