जय मीम-जय भीम का नारा रहा कामयाब, दो सीट पर दलित जीते
मोहम्मद शारिक़
लखनऊ, यूपी
यूपी में पहली बार चुनाव मैदान में उतरी एमआईएम ने शानदार शुरुआत की है। पार्टी ने ज़िला पंचायत सदस्यों के घोषित अब तक नतीजों में दो सीटें हासिल की है। पार्टी को पहली सफलता उसके गढ़ आज़मगढ़ में मिली। यहां से कैलाश गौतम ने जीत दर्ज की। मालूम हो कि सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव आज़मगढ़ से सांसद हैं।
पार्टी ने आज़मगढ़ में पंचायत चुनाव के खास तैयारी की थी। पार्टी को यहां पहली सफलता मिली। आज़मगढ़ के ज़िला पंचायत वार्ड नंबर 39, मकसुदिया से पार्टी के उम्मीदवार कैलाश गौतम ने जीत हासिल की। उन्होंने अपने निकटकम प्रतिद्वंदी बीजेपी के फूलचंद भारती को 600 वोटों से हराया। मुज़फ्फरनगर वार्ड नंबर 12 से पार्टी के उम्मीदवार नेत्रपाल सिंह बौद्ध भी ज़िला पंचायत का चुनाव जीत गए। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी को 200 वोटों से शिकस्त दी।
प्रदेश के चुनाव में मिली पहली जीत के बाद पीएनएस से खास बातचीत करते हुए पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली ने कहा कि ये जीत हमारे लिए केटलिस्ट का काम करेगी। उन्होंने कहा कि आज़मगढ़ में एमआईएम को हराने के लिए मंत्री, विधायक से लेकर सरकारी अधिकारी तक लगे थे लेकिन पार्टी को जनता ने समर्थन दिया। उन्होंने बताया कि पूरे प्रदेश में एमआईएम 20 सीटों पर दो नंबर पर रही।
शौकत अली ने पीएनएस से कहा कि प्रदेश में जय मीम-जय भीम का नारा चल पड़ा है। दलितों में एमआईएम को जमकर वोट दिया है। दलित और मुसलमान एक प्लेटफार्म पर आ रहा है। बीएसपी अध्यक्ष मायावती भले ही दलितों की लीडर हो पर बीएसपी को संघ के लोग चला रहे हैं। उन्होंने कहा कि पूरे देश का दलित एमआईएम की तरफ देख रहा हैं। महाराष्ट्र में राम दास अठावले, बिहार में राम विलास पासवान और शंखलाल मांझी और यूपी में मायावती दलितों के नाम पर जीत कर बीजेपी के साथ खड़े हैं। ये वही लोग हैं जो सालों से दलितों का उत्पीड़न करते आए हैं।
प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली ने पीएनएस से कहा कि यूपी की अखिलेश सरकार इतनी डरी हुई है कि हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष को यूपी में आने नहीं दे रही है। उन्होंने कहा कि अगर सांसद असदुद्दीन ओवैसी यूपी में प्रचार के लिए एक दिन भी आ जाते तो हम सभी सीटों पर चुनाव जीत जाते। शौकत अली ने कहा कि 2017 के विधान सभा चुनाव में हम पूरे दमखम के साथ उतरेंगे और जो कमियां पंचायत चुनाव के दौरान रह गई है उन्हें हम मिलकर दूर करेंगे।
मालूम हो कि पंचायत चुनाव का एलान होते ही एमआईएम ने चुनाव में उतरने का फैसला किया था। पार्टी को पूरे प्रदेश में चुनाव लड़ने वाले लोगों ने टिकट मांगा था। पार्टी अध्यक्ष के दिशानिर्देंश के बाद पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली ने बाकी नेताओं के साथ विचार विमर्श करके सिर्फ चुनिंदा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे। पार्टी ने पूरे प्रदेश में करीब 70 लोगों को मैदान में उतारा था। इनमें 17 ज़िलों के प्रत्याशी शामिल थे। उम्मीदवारों में करीब 30 फीसदी हिंदू उम्मीदवारों को भी टिकट दिया गया था। पार्टी ने सबसे ज़्यादा उम्मीदवार आज़मगढ़ में उतारे थे।