मोहम्मद शारिक ख़ान
जौनपुर, यूपी
24 साल पहले हिंदुत्ववादी संगठनों ने अयोध्या में बाबरी मस्जिद को शहीद कर दिया था। एमआईएम ने बाबरी मस्जिद की तामीर-नौ के लिए खासतौर पर दुआ मांगी। एमआईएम की ज़िला इकाई ने राष्ट्रपति को संबोधित एक ज्ञापन ज़िलाधिकारी को दिया। इस ज्ञापन में मांग की गई है कि तत्कालीन पीएम नरसिंह राव के बादे के मुताबिक बाबरी मस्जिद को बनाया जाए। एमआईएम ने ज्ञापन में मांग की है कि आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। इसके साथ ही बाबरी मस्जिद को शहीद करने वाले संगठनों पर बैन लगाया जाए।
इससे पहले पार्टी की कार्यालय में बैठक हुई। बैठक में काली पटिटी बांध कर विरोध जताया गया। बैठक को संबोधित करते हुए ज़िलाध्यक्ष इमरान बंटी के कहा कि 6 दिसंबर को बाबरी मस्जिद नहीं बल्कि लोकतंत्र की हत्या की गई थी। देश का हर अमन पसंद सान इससे आहत हुआ। उन्होंने कहा कि इस काले दिन को कभी भुलाया नहीं जा सकता।
ज़िला महासचिव शफीउद्दीन सिद्दीकी ने कहा कि तत्कालीन पीएम के बादे के मुताबिक बाबरी मस्जिद को दोबारा बनाया जाए। इस मामले में आरोपी अब भी बाहर खुलेआम घूम रहे हैं, उन्हें को गिरफ्तार करके कड़ी सज़ा दी जाए।
बैठक में कोषाध्यक्ष जावेद सिद्दीकी, उपाध्यक्ष महताब अंसारी, शाहनवाज़ अहमद, अब्दुल्ला निशात, अशहर यूसुफ ज़ई, ओसामा शेख, दिलराज बाबू एडवोकेट, इज़माम अंसारी, रियाज़, आसिफ सिद्दीकी समेत दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद रहे।