फैसल रहमानी
दिल्ली/गया
बिहार विधान सभा चुनाव से पहले कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने असदुद्दीन ओवैसी पर इल्ज़ाम लगाया है कि वह बीजेपी से मदद ले रहे हैं। उन्होंने बीजेपी पर पीछे से ओवैसी की मदद करने, बढ़ावा देने और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह पर सांसद असदुद्दीन ओवैसी की सभाओं के लिए पैसे देने का आरोप लगाया है। दूसरी तरफ बिहार के गया ज़िले में कांग्रेस नेता और नागालैंड़ के पूर्व राज्यपाल निखिल कुमार ने कहा कि एमआईएम के बिहार में चुनाव लड़ने से बीजेपी को फायदा होगा।
बिहार में चुनाव की तारीखों का एलान अभी नहीं हुआ है, लेकिन नेताओं के बीच ज़ुबानी जंग और आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरु हो गया है। इसी बीच कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने एमआईएम के सदर और हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी पर गंभीर आरोप लगाएं हैं। दिग्विजय सिंह ने कहा है कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह असदुद्दीन ओवैसी की रैलियों के लिए पैसा देते हैं। हालांकि दिग्विजय सिंह ने इस आरोप के पक्ष में कोई सबूत नहीं दिए। दिग्विजय सिंह लगातार दूसरी पार्टियों और नेताओं पर ऐसे आरोप लगाते रहे हैं।
नागालैंड़ के पूर्व राज्यपाल और कांग्रेस नेता निखिल कुमार गया ज़िलें में मीडिया से बात करते हुए सांसद असदुद्दीन ओवैसी के बिहार में चुनाव लड़ने की घोषणा को भाजपा के लिए फायदा पहुंचाने वाला बताया। उन्होंने कहा कि अगर एमआईएम चुनाव लड़ती है तो वोटों का बंटवारा होगा और इसका सीधा फायदा बीजेपी को होगा। निखिल कुमार ने धर्मनिरपेक्ष ताकतों को मज़बूत करने के लिए सांसद ओवैसी से बिहार में चुनाव नहीं लड़ने की अपील की। उन्होंने बिहार विधानसभा चुनाव में जुमला वाली पार्टी और न्याय के साथ विकास करने वाली गठबंधन के बीच मुकाबला होने की बात कही। 30 अगस्त को पटना के गांधी मैदान में जेडीयू महागठबंधन की स्वाभिमान रैली होने वाली है। इसकी तैयारियों के सिलसिले में मगधवासियों को आमंत्रण देने निखिल कुमार गया पहुंचे थे।
बिहार चुनाव के ठीक पहले एमआईम के सदर असदुद्दीन ओवैसी की ज़ोरदार एंट्री ने सबको हैरान कर दिया है। एमआईएम सदर असदुद्दीन ओवैसी ने बिहार के किशनगंज में बड़ी रैली की थी। सांसद ओवैसी की रैली में हजारों की भीड़ भी जुटी थी। अपने भाषण में ओवैसी ने पीएम नरेंद्र मोदी समेत लालू प्रसाद यादव और नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा था। फिलहाल अभी एमआईएम बिहार में कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगी, इसको लेकर पार्टी ने कुछ नहीं कहा है। जाहिर है असदुद्दीन ओवैसी के चुनाव में उतरने से एक खास तबके का वोट उनकी तरफ जा सकता है।