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6 Apr 2025, Sun

एमआईएम कानपुर ज़िलाध्यक्ष का इस्तीफा मंज़ूर

कानपुर, यूपी

मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के कानपुर ज़िलाध्यक्ष उमर मारुफ का इस्तीफा मंज़ूर कर लिया हैं। उमर मारूफ ने पार्टी की ज़िला इकाई में आपसी विवाद और गुटबाजी के चलते पिछले महीने इस्तीफा दे दिया था। प्रदेश इकाई ने एक पत्र जारी करके उमर मारूफ के इस्तीफे को स्वीकार करने की जानकारी दी है।

कानपुर ज़िलाध्यक्ष उमर मारूफ ने स्थानीय यूनिट में काम करने को लेकर प्रदेश अध्यक्ष से कई तरह की शिकायतें की थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि मजलिस के काम करने से पार्टी के ही कुछ लोग रूकावट पैदा कर रहे हैं, जिससे पार्टी का काम प्रभावित हो रहा है, और मजलिस की बदनामी होने का भी डर है। उमर मारूफ ने प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली को पत्र लिखकर इस सभी बातों की जानकारी दी थी। उमर मारूफ ने पत्र में लिखा था कि ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई न करने से रोज़ लड़ाई की स्थिति बन रही है। हर रोज़ नये गुट बन रहे हैं। ये लोग मजलिस में कमज़ोरी पैदा कर रहे हैं। उमर मारूफ ने आरोप लगाया था कि इन लोगों को कई बड़े पदाधिकारियों का संरक्षण प्राप्त है।

उमर मारूफ ने अपने पत्र में लिखा था कि उन्होंने कई बार मसला को सुलझाने की कोशिश की, लेकिन प्रदेश के पदाधिकारियों से मदद ना मिलने के कारण मसला हल नहीं हुआ। इसके बाद उन्होंने अपना इस्तीफा 17 जुलाई को एमआईएम पूर्वांचल अध्यक्ष शुऐबुर रहमान के हाथों प्रदेश अध्यक्ष तक भेज दिया था। इसके ठीक 20 दिन बाद प्रदेश कार्यालय से इस्तीफे की मंजूरी की जानकारी मिली।

उमर मारूफ ने कहा कि इस्तीफे की मंज़ूरी के बाद वह पार्टी के सामान्य कार्यकर्ता की हैसियत से काम करते रहेंगे। उन्होंने अफसोस जताया कि पार्टी अध्यक्ष ने मेरे उठाये गए मुद्दे पर गौर नहीं किया और न ही मजलिस के खिलाफ काम करने वालों पर कार्रवाई की।