लखनऊ, यूपी
यूपी में पार्टी को मज़बूत करने में जुटी एमआईएम को तगड़ा झटका लगा है। पार्टी के लिए महत्वपूर्ण राजधानी लखनऊ के ज़िलाध्यक्ष ने इस्तीफा दे दिया है। ज़िलाध्यक्ष तौहीद सिद्दीकी नजमी ने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष को अपना इस्तीफा भेज दिया है। नजमी ने पीएनएस से बातचीत में अपने इस्तीफे की पुष्टि की है।
पीएनएस से बातचीत में तौहीद सिद्दीकी नजमी ने बताया कि उन्होंने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष को अपना इस्तीफा भेज दिया है। नजमी ने बताया कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सांसद असदुद्दीन ओवैसी ही मुल्क में मुसलमानों के सबसे बेहतर लीडर हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें पार्टी के किसी नेता से कोई शिकायत नहीं है और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और दूसरे नेता बेहतर काम कर रहे हैं।
पीएनएस को सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक तौहीद अहमद को पार्टी का प्रदेश नेतृत्व लगातार किनारे कर रहा था। दरअसल वो पार्टी में शुरुआती दौर से जुड़े थे। इधर कुछ दिनों से पार्टी के कार्यक्रमों की जानकारी और पार्टी अध्यक्ष के दौरे से उन्हें दूर रखा जा रहा था। नजमी लगातार पार्टी को संघर्ष करने की बात कर रहे थे जबकि पार्टी नेतृत्व इस मामले कोई फैसला नहीं ले रहा था। सूत्रों के मुताबिक तौहीद अहमद का कुछ नेताओं से संबंध ठीक नहीं था।
ज़िलाध्यक्ष तौहीद अहमद नजमी अपने काम को लेकर लगातार चर्चा में बने रहते थे। उन्होंने हाल ही में श्री श्री रविशंकर के भारत के सीरिया बनने के बयान के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। उससे पहले नगर निगम द्वारा चौक इलाके में एक स्थानीय बीजेपी नेता के इशारे पर गरीबों की दुकान तोड़ने के विरोध को लेकर सुर्खियों में रहे। लखनऊ में पार्टी के बैनर तले नजमी ने कई धरना प्रदर्शन किया था।