ग़ाज़ीपुर, यूपी
उत्तर प्रदेश के गाज़ीपुर में गठबंधन के बीएसपी प्रत्याशी अफज़ाल अंसारी ने अपने समर्थकों संग जमकर हंगामा किया है। अफज़ाल अंसारी ने आरोप लगाया है कि स्ट्रॉन्ग रूम के बाहर रात को ईवीएम बदलने की कोशिश हुई जिसके बाद अफज़ाल अपने समर्थकों के साथ वहां पहुंच गए और वहीं डेरा डाल दिया।
गाज़ीपुर में ईवीएम पर सियासत गरमा गई है। सपा और बसपा गठबंधन के उम्मीदवार अफज़ाल अंसारी ईवीएम बदलने की कोशिश का आरोप लगाते हुए अपने समर्थकों के साथ जंगीपुर में बनाए गए स्ट्रॉन्ग रूम के बाहर सोमवार रात को धरने पर बैठ गए। इस दौरान अफज़ाल अंसारी की पुलिस के साथ तीखी नोक-झोंक भी हुई। यहां बीजेपी नेता और रेलमंत्री मनोज सिन्हा और महागठबंधन के उम्मीदवार अफज़ाल अंसारी में टक्कर बताई जा रही है।
खबरों के अनुसार हंगामा तब शुरू हुआ, जब पड़ोसी राज्य बिहार के सीमावर्ती इलाके में ईवीएम पकड़े जाने की खबर आई। खबर मिलते ही अफज़ाल समर्थकों के साथ जंगीपुर पहुंच गए। अफज़ाल ने आरोप लगाया कि कुछ लोग ईवीएम बदलने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमें प्रशासन पर भरोसा नहीं है। हम खुद ही ईवीएम की निगरानी करेंगे। सूचना पाकर जंगीपुर विधायक डॉक्टर वीरेंद्र भी अपने समर्थकों के साथ मौके पर पहुंच गए। जखनियां विधायक त्रिवेणी राम ने भी अफज़ाल का समर्थन किया है।
अफज़ाल अंसारी के धरने पर बैठने से मचा हड़कंप
अफज़ाल अंसारी के धरने पर बैठने की सूचना से प्रशासनिक अमले में हड़कंप मच गया। आला प्रशासनिक अधिकारी आनन-फानन में मौके पर पहुंच गए। अफज़ाल अंसारी और एसडीएम सदर व सीओ से तीखी बहस हुई। अधिकारियों ने अफज़ाल अंसारी को समझा-बुझाकर धरना समाप्त कराने की कोशिशें शुरू कर दीं। अफज़ाल अंसारी अपने समर्थकों के साथ स्ट्रॉन्गरूम के बाहर जमे थे।
मालूम हो कि गाजीपुर लोकसभा क्षेत्र पूर्वांचल की उन हाई प्रोफाइल सीटों में से एक है, जहां कांटे की टक्कर होने का अनुमान जताया जाता रहा है। गाज़ीपुर से मोदी सरकार में रेल एवं संचार राज्यमंत्री मनोज सिन्हा चुनाव मैदान में हैं। चुनाव के दिन स्थानीय प्रशासन ने अफज़ाल के समर्थकों को नज़रबंद कर दिया था वहीं कई लोगों के घरों के बाहर पुलिस तैनात की गई थी।