गाज़ीपुर, यूपी
कौमी एकता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व सांसद अफ़ज़ाल अंसारी ने कहा है कि बिहार विधान सभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव के चेहरे से सेक्यूलर होने का नकाब उतर गया। उन्होंने कहा कि बिहार के चुनाव में मुलायम सिंह की लुटिया डूब चुकी है, और इस बार यूपी के 2017 के विधान सभा चुनाव में जनता समाजवादी पार्टी को सबक सिखाएगी।
अफ़ज़ाल अंसारी ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि बिहार चुनाव में सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव की कलई खुल गई है। मुलायम सिंह ने महागठबंधन के खिलाफ उम्मीदवार खड़ा करके सीधे तौर पर बीजेपी की मदद की है। अफ़ज़ाल अंसारी ने बिहार की समझदार जनता का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि ऐसे मलायम सिंह जैसे मौकापरस्त लोगों को बिहार की जनता ने अच्छा सबक सिखाया है।
यूपी का ज़िक्र करते हुए अफ़ज़ाल अंसारी ने कहा कि यहां का मुसलमान मुलायम सिंह की इस चालबाज़ी को समझ चुका हैं। इस बार के चुनाव में वह सपा के बहकावे और झूठे वादे में आने वाला नही हैं। पंचायत चुनाव में जनता ने सपा और बाजेपी को सबक सिखा दिया। अब प्रदेश की जनता 2017 विधान सभा चुनाव में भी मुलयम सिंह यादव को सबक सिखाएगी।
पूर्व सांसद अफ़ज़ाल अंसारी ने कहा कि लोक सभा चुनाव में जीत हासिल करने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी घमंड में चूर हैं। इस वजह से खुद बीजेपी के लोग नसे दूर हो रहे हैं और उनकी आलोचना कर रहे हैं। बिहार चुनाव में पीएम मोदी ने प्रचार के दौरान काम की एक बात नहीं कहीं, सिर्फ दूसरों का मज़ाक उड़ाते रहे। मोदी ने हर रैली में नीतीश कुमार और लालू प्रसाद को निशाना बनाया। उनके महागठबंधन का मज़ाक उड़ाया। उन्होंने कहा कि मोदी सिर्फ जुमलेबाज़ी करते रहे। उसका नतीजा ये रहा कि नीतीश कुमार और लालू प्रसाद के साथ गरीब, दलित, पिछड़ा वर्ग और मुस्लिम तबके ने मिलकर साथ दिया जिसका नतीजा आज पूरे मुल्क के सामने हैं।
पूर्व सांसद ने कहा कि पीएम मोदी ने 2014 के लोक सभा चुनाव के दौरान मुल्क के लोगों से किए एक भी वादे को पूरा नहीं किया। आज रोज़मर्रा की चीजों के दाम कई गुना बढ़ गए है। महंगाई इतनी बढ़ गई है कि गरीबों को प्याज और दाल तक नसीब नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि पूरे देश में कालाबाज़ारी हो रही है, और इसका असर चुनाव पर भी पड़ा है। मुल्क की जनता में बेहद नाराज़गी है।
अफ़ज़ाल अंसारी ने कहा कि पीएम मोदी ने बड़े ज़ोर-शोर से कालाधन धन वापस लाने का वादा किया था लेकिन कालाधन वापस आने की जगह देश के बाहर चला गया। उन्होंने आरक्षण के मुद्दे पर मोहन भागवत के रुख की आलोचना करते हुए कहा कि बिहार चुनाव में इसकी वजह से बीजेपी को नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद सही मायने में फिरकापरस्त ताकतों के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं। यहीं वजह है कि उन्होंने सब कुछ भूल कर नीतीश कुमार का साथ दिया। ये काबिले-तारीफ है।
Azfal baba ne bilkul sahi kaha h …
Up ki nanta bhi behar ki janta ki tarah molayam ko sabak sikhayegi