बुलंदशहर, यूपी
खनन घोटाला मामले में सीबीआई ने बुधवार की सुबह बुलंदशहर के जिलाधिकारी अभय सिंह के निवास पर छापा मारा था। सीबीआई की इस कार्रवाई के दौरान डीएम के आवास से 49 लाख की नकदी बरामद हुई है। वहीं इस कार्रवाई के बाद शासन ने भी बुधवार रात डीएम अभय सिंह को उनके पद से हटा दिया। इस पूरे घटनाक्रम के बाद आईएएस डीएम की पत्नी माधवी ने फेसबुक पर एक पोस्ट शेयर कर अपनी प्रतिक्रिया दी।इस पोस्ट में आईएएस की पत्नी ने मीडिया की रिपोर्टिंग पर सवाल खड़े किये हैं।
जानिए पूरा मामला
बुधवार को हुए घटनाक्रम के बाद आईएएस अभय सिंह की पत्नी माध्वी ने फेसबुक पर एक पोस्ट के जरिए प्रतिक्रिया दी है। आईएएस की पत्नी ने अपनी पोस्ट में लिखा है, माधवी ने अपने पोस्ट में लिखा है, ‘हमारे उन शुभचिंतकों के लिए जो सुबह से शायद हमसे भी ज़्यादा परेशान हैं। बहुत-बहुत धन्यवाद सभी का इतना अपनत्व दिखाने के लिए मुझे शायद कभी अंदाज़ा नहीं लग पाता कि इतने लोगों का प्यार और अपनत्व है हमारे साथ। मुझे गर्व है कि मैं ऐसे व्यक्ति की पत्नी हूं जिसकी एक न्यूज़ चलने पर न जाने कितने लोग ऐसे परेशान हुए जैसे वो उनके घर का ही मामला हो। ईश्वर का धन्यवाद की हम आपके विश्वास को जीवित रख पाए।’
उन्होंने आगे लिखा, “साथ ही एक संदेश, कभी-कभी आंखों देखा भी सच नहीं होता। यह तो मीडिया की न्यूज़ है और रही बात धनराशि मिलने की तो प्रथम दृष्ट्या कोई भी सोच सकता है ये ज़रूर लुटेरा है, लेकिन ध्यान देने योग्य बात है कि वो धनराशि कहां से और क्यूं आयी। इसका विवरण विधिसम्मत उन्हें उपलब्ध करा दिया गय है। साथ ही ज़िलाधिकारी बुलंदशहर एक प्रतिष्ठित परिवार से संबंध रखते हैं तो सोचने योग्य विषय है कि धनराशि क्या सच में इतनी बड़ी थी कि उनका परिवार उन्हें नहीं उपलब्ध करा सकता??
साथ ही मीडिया के लोगों को एक सुझाव है कि आप लोकतंत्र के चतुर्थ स्तम्भ हैं, न्यूज़ दिखाएं, लेकिन सिर्फ़ अपनी टेलिविज़न रेटिंग को बढ़ाने के लिए नहीं। अनावश्यक भ्रामक न्यूज़ न दिखाएं। क्या CBI द्वारा यह बयान दिया गया कि ज़िलाधिकारी बुलंदशहर संतोषजनक उत्तर नहीं दे पाए?? यदि हां तो शौक़ से उछालिए और ज़्यादा प्रसन्नता के लिए हमें भी टैग कर सकते हैं। अन्यथा तूल न दें।”
कभी-कभी आँखो देखा नहीं होता सच- आईएएस की पत्नी
आईएएस की पत्नी आगे लिखती हैं कि ” साथ ही एक संदेश, कभी-कभी आंखों देखा भी सच नहीं होता। यह तो मीडिया की न्यूज़ है और रही बात धनराशि मिलने की तो प्रथम दृष्ट्या कोई भी सोच सकता है ये ज़रूर लुटेरा है, लेकिन ध्यान देने योग्य बात है कि वो धनराशि कहां से और क्यूं आयी। इसका विवरण विधिसम्मत उन्हें उपलब्ध करा दिया गय है।
साथ ही ज़िलाधिकारी बुलंदशहर एक प्रतिष्ठित परिवार से संबंध रखते हैं तो सोचने योग्य विषय है कि धनराशि क्या सच में इतनी बड़ी थी कि उनका परिवार उन्हें नहीं उपलब्ध करा सकता?? साथ ही मीडिया के लोगों को एक सुझाव है कि आप लोकतंत्र के चतुर्थ स्तम्भ हैं, न्यूज़ दिखाएं, लेकिन सिर्फ़ अपनी टेलिविज़न रेटिंग को बढ़ाने के लिए नहीं। अनावश्यक भ्रामक न्यूज़ न दिखाएं। क्या CBI द्वारा यह बयान दिया गया कि ज़िलाधिकारी बुलंदशहर संतोषजनक उत्तर नहीं दे पाए?? यदि हां तो शौक़ से उछालिए और ज़्यादा प्रसन्नता के लिए हमें भी टैग कर सकते हैं। अन्यथा तूल न दें।”
शासन ने बुधवार देर रात डीएम बुलंदशर अभय सिंह को हटाया
बता दें कि बुधवार को सीबीआई की टीम ने यूपी के 11 जगहों पर छापेमारी की थी। इसके बाद तीन आईएएस समेत पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति और अन्य के खिलाफ खनन घोटाले में केस दर्ज किया गया। सीबीआई ने अपनी प्रेस रिलीज में इस बात का जिक्र किया है कि फ़तेहपुर के पूर्व जिलाधिकारी रहे अभय सिंह के सरकारी आवास से सीबीआई ने 49 लाख रुपए जब्त किए हैं।
जबकि देवरिया के तत्कालीन एडीएम देवी शरण उपाध्याय के घर से 10 लाख कैश बरामद हुआ है। वहीं सीबीआई की छापामार कार्रवाई के बाद योगी सरकार ने भी एक्शन लेते हुए बुलंदशहर के डीएम को हटाते हुए उन्हें प्रतीक्षारत कर दिया है।अब उनकी जगह आईएएस रविन्द्र कुमार को बुलंदशहर जिले का डीएम बनाया गया है। एक अन्य आईएस विवेक और देवी शरण उपाध्याय को भी प्रतीक्षारत कर दिया है।