अज़ीम सिद्दीकी
जौनपुर, यूपी
ज़िले के गुरैनी गांव में मदरसा अरबिया रियाजुल उलूम गुरैनी की दीवारों पर लगा पोस्टर हर तरफ चर्चा का विषय बन गया है। दरअसल इस पोस्टर में कोरोना वायरस को लेकर एक खास तरह की बात लिखी गयी है। इस पोस्टर के माध्यम से नॉवेल कोरोना वायरस को देश से भगाने व उसके खिलाफ लड़ने के लिए पहले डिटेंशन सेन्टर से लोगों को आज़ाद करने की अपील की गई है। साथ ही मज़लूमो पर हो रहे अत्याचार बन्द करने और उन्हें रिहा करने को कहा गया। इससे बिना किसी दवा इलाज के यह वायरस खुद-ब-खुद वापस चला जाएगा।
मदरसा रियाजुल उलूम के प्रबंधक ने कहा कि वुहान से फैला कोरोना वायरस अब तक 140 से ज्यादा देशों में पहुंच चुका है। पूरी दुनिया में संक्रमित लोगों की संख्या एक लाख दस हजार के पार हो गई है। जिसके मद्देनज़र कोरोना से ग्रसित अन्य देशों ने हज़ारों कैदियों को रिहा किया है। उन्होंने कहा कि ईरान में तेजी से फैल रहे कोरोना वायरस से मुकाबले के प्रयास में करीब 70 हज़ार कैदियों को अस्थायी तौर पर रिहा कर दिया गया। ईरान के सभी प्रांत इस घातक वायरस की चपेट में हैं। हमारी सरकार को भी चाहिए कि जेलों में बंद कैदियों को रिहा किया जाए।
मदरसा प्रबंधक ने आगे कहा कि सरकार ने जिन मज़लूमों को डिटेंशन सेंटर में क़ैद कर रखा है उन्हें तत्काल रिहा किया जाना चाहिए। देश के ग़रीब और मज़लूम लोगों पर हो रहे अत्याचार को बंद करना चाहिए। तभी ये कोरोना वायरस रुकेगा।