नई दिल्ली
मशहूर एक्टर आमिर ख़ान ने कहा है कि धर्म के नाम पर बेकसूर लोगों की हत्या करना निंदनीय है। आमिर ख़ान ने कहा कि इस्लाम के नाम पर मासूम लोगों की हत्या करने वाले लोगों से उन्हें सख्त दिक्कत है।
पत्रकारिता के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए रामनाथ गोयनका अवार्ड कार्यक्रम में भाग लेने आए आमिर खान से जब पूछा गया कि हाल के पेरिस आतंकी हमले और आतंकवादी संगठन आईएसआईएस के बारे में उनका क्या कहना हैं तो उन्होंने कहा कि वे ऐसी घटनाओं से चिंतित हैं। आमिर ख़ान ने कहा कि धर्म के नाम पर हिंसा निंदनीय है।
आमिर ने कहा कि मैं इन चीजों के बारे में सोचता हूं। मुझे नहीं लगता कि ये कोई इस्लामिक कदम है। एक इंसान हाथ में कुरान लेकर लोगों की हत्याएं कर रहा है, उसे लगता होगा कि वह इस्लामिक कदम उठा रहा है, लेकिन मुसलमान होने के नाते मुझे लगता है कि वह जो कर रहा है वह इस्लामिक कत्तई नहीं है।
आमिर ख़ान ने कहा कि मैं साफ तौर पर कहता हूँ कि जो इंसान मासूमों की हत्या कर रहा है, मुसलमान नहीं है। वह मुसलमान होने का दावा तो कर सकता है, लेकिन हमें उसे मुसलमान नहीं मानना चाहिए। वह आतंकवादी है और उसे आतंकवादी के रूप में ही पहचानना चाहिए। मेरी समस्या सिर्फ आईएसआईएस से नहीं बल्कि उस तरह की सोच से है।
आमिर ख़ान ने कहा कि आज आईएसआईएस है और कल को कोई और संगठन सामने आएगा। मैं इस सोच को लेकर चिंतित हूं, क्योंकि मैं मानता हूं कि यह चरम सोच जहां से भी आती हो यह विध्वसंक और नकारात्मक है। इस तरह से मुझे आईएसआईएस और ऐसी चरमपंथी सोच रखने वाले किसी भी धर्म के लोगों से बहुत दिक्कत है।